महिलाओं के लिए नि:शुल्क बस सेवा
हुब्बल्ली. कांग्रेस ने घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए नि:शुल्क बस सेवा की बात कही थी। अभी तक घोषणा क्रियान्वित होना है लेकिन आए दिन बस परिचालकों के साथ महिला यात्रियों का झगड़ा आम हो गया है। वे नि:शुल्क यात्रा के लिए परिचालकों पर अभी से दबाव बनाने लगी है। मुफ्त सवारी के लिए बस परिचालकों से बहस करती महिला यात्रियों के कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। समूचे राज्य में इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी है। महिला यात्रियों को यह समझाने में बस परिचालकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है कि राज्य सरकार ने गारंटी अभी तक लागू नहीं की है। कई श्रमिक संघो ने मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या से इस योजना को जल्द से जल्द लागू करने का आग्रह किया है। कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणापत्र से प्रभावित लोगों ने उसे स्पष्ट जनादेश दिया है। हम जानते हैं कि किसी भी नई सरकार के लिए अपने सभी वादों को तुरंत लागू करना मुश्किल होता है, यह जरूरी है कि कुछ वादों को बिना किसी देरी के लागू किया जाए। एक अधिकारी ने कहा कि हमें शिकायतें मिली हैं कि राज्य भर में कई महिला यात्री परिचालकों के साथ बहस कर रही हैं कि उन्हें बिना बस किराए के यात्रा करने की अनुमति दी जाए। कई यात्रियों ने कहा कि नई सरकार को बस परिचालकों और चालकों को हो रही असुविधा से बचने के लिए कदम उठाने चाहिए।
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महिलाओं के लिए हर महीने बचत
कर्नाटक में नई सरकार के महिलाओं को नि:शुल्क बस यात्रा सुविधा से महिलाओं को फायदा होगा। खासकर कामकाजी महिलाएं जो रोजाना घर से कार्यस्थल तक जाती है, उनके लिए हर महीने बचत हो सकेगी। इस बचत से महिलाओं के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा। निश्चित ही खासकर गरीब एवं मध्यम वर्ग की महिलाओं को इससे काफी राहत मिल सकेगी।
विजेता भंसाली जैन, सचिव, तेरापंथ महिला मंडल, गदग।
योजना लागू होने पर मिलेगा लाभ
एकाध स्थानों पर महिला यात्रियों के बस परिचालक के साथ बहस की बात सामने आई हैं। परिचालकों से भी संयम बरतने के लिए कहा गया है। अभी सरकार की ओर से यह योजना लागू नहीं की गई है। योजना लागू होने पर ही महिला यात्रियों को नि:शुल्क यात्रा सुविधा का लाभ मिल सकेगा।
डा. टी.एस.लता, जनसंपर्क अधिकारी, केएसआरटीएस।