दो सप्ताह में दुगुनी हुई दरें पैदावार कम होने तथा आवक घटने से प्याज के भाव बढ़े
त्यौहारों के बीच प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं। प्याज करीब-करीब दुगुनी दर पर बिक रहा हैं। प्याज की पैदावार कम होने तथा आवक घटने से प्याज के भाव बढ़े हैं। व्यापारियों की मानें तो फिलहाल कुछ दिनों तक प्याज की दरें कम होने के आसार कम है। हुब्बल्ली के एपीएमसी में प्याज की आवक कम हुई है। अभी प्याज 55 रुपए प्रति किलोग्राम थोक के भाव है। प्याज की कमी के कारण भाव अचानक आसमान छूने लगे हैं। वहीं फुटकर व्यापारी दुकान और गलियों में प्याज व अन्य सब्जियों को महंगी दरों पर बेचने के लिए मजबूर हुए हैं। करीब तीन से चार सप्ताह में प्याज के दाम आसमान पर चढ़ गए हैं। ऐसे में घरों का बजट भी बिगड़ गया है।
रसोई का बजट गड़बड़ाया
महिलाओं का कहना है कि रसोई में प्याज का इस्तेमाल सब्जी में तड़का लगाने व सलाद के रूप में प्रयोग करते हैं। कीमत बढऩे से रसोई का बजट बिगड़ गया है। ऊपर से सब्जियों के दाम भी बढऩे लगे हैं। इससे रसोई प्रभावित हुई है। ऐसे में कई घरों में प्याज का इस्तेमाल करना कम कर दिया है। नासिक से भी प्याज कम आ रहा है। इसके चलते भी प्याज महंगा हो गया है। प्याज की डिमांड तो ज्यादा है, लेकिन सप्लाई कम हैं। इस कारण भी दाम बढ़ रहे हैं।
आवक कम होने से दाम बढ़े
मौजूदा समय में एपीएमसी में प्याज 5500 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। तीन सप्ताह पहले तक भाव 2500 रुपए से लेकर 2800 रुपए प्रति क्विंटल तक थे। कर्नाटक में इस बार प्याज की फसल 25 फीसदी ही हुई है। पहले जहां रोज 250 से 300 ट्रक प्याज की आवक थी जो घटकर 50 ट्रक ही रह गई है। नासिक से आने वाले प्याज की आवक भी घट गई है। नाशिक से पहले 50-60 ट्रक प्याज आ रहे थे जो अब 20 से 25 ट्रक ही आ रहे हैं। अभी त्यौहारी मौसम है। दिवाली पर भी प्याज की मांग रहती हैं। ऐसे में प्याज की डिमांड बढ़ेगी।
रमेश बाफना मोकलसर, बिजनसमैन, एपीएमसी, हुब्बल्ली।