रामदेव सेवा संगठन विष्णु समाज के तत्वावधान में परमार अध्यक्ष एवं चौधरी उपाध्यक्ष बने
गदग. श्री रामदेव सेवा संगठन विष्णु समाज गदग के तत्वावधान में 23 सितम्बर को एक शाम बाबा रामदेव के नाम भक्ति जागरण का आयोजन किया जाएगा। भक्ति जागरण में राजस्थान के कलाकार स्वर लहरियां बिखेरेंगे। श्री रामदेव सेवा संगठन विष्णु समाज गदग की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया। इसके साथ ही नई कार्यकारिणी गठित की गई। बाबूसिंह परमार पांथेड़ी नए अध्यक्ष चुने गए। इसके साथ ही देवाराम चौधरी मेडा उपाध्यक्ष, सांवलाराम चौधरी करमावास सचिव, चतराराम देवासी मंडारडी सह सचिव एवं दीपाराम परमार माली मायलावास कोषाध्यक्ष चुने गए। इसके अलावा भरत कुमार राजपुरोहित रमणिया, इन्द्रसिंह राजपूत काठड़ी, हीरालाल प्रजापत मायलावास, धन्नाराम चौधरी भलरों का बाड़ा, पंकज कुमार चौधरी करमावास, सुरेश सिंह राजपूत कावतरा, दिनेश कुमार वैष्णव रामपुरिया, दीपक कुमार चौधरी करमावास, मंगलाराम जाट सेहवाज, भारताराम चौधरी खेड़ा एवं रमेश कुमार प्रजापत गोल सिरोही कार्यकारिणी सदस्य बनाए गए। श्री रामदेव सेवा संगठन विष्णु समाज गदग के कार्यकारिणी सदस्य भरत कुमार राजपुरोहित रमणिया ने बताया कि बाबा रामदेव महाराज राजस्थान के एक प्रसिद्ध लोक देवता हैं। पश्चिम राजस्थान के पोकरण के पास रुणिचा नामक स्थान में तंवर वंशीय राजपूत और रुणिचा के शासक अजमाल जी के घर भादो शुक्ल पक्ष दूज के दिन विस.1409 को बाबा रामदेव पीर का जन्म हुआ। हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक बाबा रामदेव ने अपने अल्प जीवन में वह कार्य कर दिखाया जो सैकडो वर्षों में भी होना सम्भव नहीं था। राजस्थान के जनमानस में पांच पीरों की प्रतिष्ठा है जिनमें बाबा रामसा पीर का महत्वपूर्ण स्थान है। रामदेव बाबा ने हमेशा ही दलितों की समाज सेवा की है। बाबा रामदेव ने भाद्रपद शुक्ला एकादशी वि.स.1442 को अपने स्थान पर जीवित समाधि ले ली थी। उन्होंने बताया कि एक शाम बाबा रामदेव के नाम भक्ति जागरण में गदग के साथ ही आसपास के जिलों से भी प्रवासी समाज के लोग शामिल होंगे। भक्ति जागरण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है।