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संपत्तिकर चोरी में उलझी थी आनंद ज्वेल्स की बिल्डिंग

खुद को ईमानदार बताने वाले आनंद ज्वेल्स की बिल्डिंग तो अवैध है ही, उसके खिलाफ संपत्तिकर चोरी का मामला भी है...

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anand jewellers indore fraud and crime case

इंदौर . खुद को ईमानदार बताने वाले आनंद ज्वेल्स की बिल्डिंग तो अवैध है ही, उसके खिलाफ संपत्तिकर चोरी का मामला भी सामने आया था। शिकायत के बाद जब जांच हुई तो बात सही निकली। बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप और दबाव के कारण संस्थान पर छोटा-मोटा दंड कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया था।

शहर के सभी सराफा व्यापारियों को बेईमान बताने वाला आनंद ज्वेल्स भी पाक साफ नहीं है। जिम्बाब्वे से औने-पौने दाम पर हीरे लाकर इंदौर की जनता को बेचे जा रहे हैं। यह दावा भी किया जा रहा है कि यहां हीरा जांचने की लैब है, जिसमें जर्मनी की मशीन लगी है। जो कर्मचारी पुष्पराज इस लैब में हीरों की जांच कर रहा है, वह वर्षों सराफा में नौकरी करता था, उसके पास योग्यता का कोई प्रमाण-पत्र नहीं है। बताया जाता है कि सूरत में ऐसी सैकड़ों मशीनें लगी हुई हैं।
आनंद ज्वेल्स शोरूम की बिल्ंिडग तो अवैध है ही, शोरूम संचालकों द्वारा निगम को संपत्तिकर चोरी का चूना भी लगाया गया। शिकायत के बाद २०१४-१५ में भवन की नपती करने पर टैक्स चोरी का यह मामला सामने आया था। अफसर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे थे, तभीअधिकारियों पर राजनीतिक हस्तक्षेप और दबाव डलवाया गया। एक सप्ताह चली कश्मकश के बाद मजबूरी में मामले को रफा-दफा करना पड़ा। दिखाने के लिए नाम मात्र की संपत्तिकर की चोरी बताई गई ताकि जांच पर सवाल खड़े ना हो। आज भी यदि निष्पक्ष जांच कराई जाए तो संपत्ति कर की बड़ी चोरी पकड़ में आ सकती है।

२5 हजार है जल कर बकाया
गौरतलब है कि नगर निगम के ऑनलाइन खाते के हिसाब से आज भी आनंद ज्वेल्स के शोरूम वाले मनोरमागंज के मकान नंबर ५७३/१२ के नाम पर २५ हजार रुपए जल कर बकाया है। एक तरफ दो-चार हजार बकाया होने पर निगम की टीम कनेक्शन काटने पहुंच जाती है, लेकिन यहां २५ हजार रुपए बकाया होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।