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ताकत बढ़ाने के लिए ये देसी दवाई लेता था आसाराम, 75 की उम्र में आ जाती थी 16 साल वाली ताकत

मर्दानगी बढ़ाने के लिए ये देसी दवाई लेता था आसाराम, 75 की उम्र में आ जाती थी 16 साल वाली ताकत

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benefits of safed musli

इंदौर. तारीख 31 अगस्त, 2013 को आसाराम की गिरफ्तारी हुई थी। तब से लगभग 5 साल बाद उसे उम्र कैद की सजा हुई। बड़ा ही मुश्किल था आसाराम को इंदौर आश्रम से गिरफ्मार करना। पूरे देश की नजरें इंदौर पर टिकी थीं। आसाराम को पकडऩे के लिए दो राज्यों की पुलिस ने डेरा डाला था।

हर गुजरते पल के साथ धडक़ने तेज हो रही थी। आला अफसर हर हरकत पर नजर रखे हुए थे। कभी बातचीत का दौर चल रहा था, तो कभी प्रवचन, वक्त गुजरता जा रहा था। सुबह से शुरू हुआ यह सिलसिला आधी रात तक पहुंच गया। जब रात हुई तो पुलिस ऐसे हरकत में आई और हजारों अनुयाईयों से घिरे संत पहुंच गए पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

जब आसाराम को आश्रम से पकड़ा तब वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा था। बाद में पुलिस को उनके आश्रम से कई आपत्तिजनक चीजें मिली थी। अब उसे लगभग 5 साल बाद जोधपुर हाई कोर्ट से उम्र कैद की सजा मिल चुकी है।

नृत्य गोपाल दास महाराज आए आसाराम के समर्थन में
अभी हाल ही में दुष्कर्म के मामले में सजा होने के बाद जहां आसाराम के काले कारनामों पर लोग भड़के हुए हैं वहीं राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज उनके समर्थन में आए हैं। उन्होंने कहा है कि आसाराम को साजिश के तहत फंसाया गया है।

यह संतो का चरित्र हनन कर उन्हें बदनाम करने की साजिश है। दो दिन के प्रवास पर इंदौर पहुंचे नृत्य गोपाल दास ने कहा कि कैदियों में सुधार करने के लिए संतों का जेल जाना भी जरूरी है। नृत्य गोपाल दास महाराज ने बलात्कारी बाबा आसाराम को संत बताते हुए कहा कि उन्हें झूठा फंसाया गया है।

आज भी जनमानस की उनके प्रति आस्था है। किसी कारणवश ऐसा हो गया है कि उन्हें जेल जाना पड़ा लेकिन इसकी निंदा नहीं की जानी चाहिए।

आपत्तिजनक चीजें मिली थीं
पुलिस को आश्रम में जो भी आपत्तिजनक चीजें मिली थीं उनमें से कुछ ऐसी चीजें थी जिसे आसाराम रोज खाता था। इससे उसकी मर्दानंदी जवान लडक़ों सी मिलती थी। जिसके बाद वो लड़कियों से दुष्कर्म करता था। एक समय था और अब भी औषधीय गुणों वाली सफेद मूसली की मांग लगातार बढ़ रही हैं।

खासकर आसाराम का मामला सामने आने के बाद यह औषधि ज्यादा चलन में आई। यह वही औषधि है जो आसाराम अपने आश्रम में अक्सर इस्तेमाल करता था। इसे वह अपनी मर्दानगी बनाए रखने के लिए इस्तेमाल करता था। साथ ही अपने इच्छाओं को पूरी करने के लिए भी वह यह औषधि लेता था।

मेडिकल साइंस ने इसके फायदे देखे
इस बात का खुलासा उनकी खुद की सेविका ने जोधपुर हाई कोर्ट में ट्रेल के दौरान किया था। बता दें की इसकी खेती में काफी पैसा लगाना पड़ता हैं लेकिन जब मेडिकल साइंस ने इसके फायदे देखे तो वह खुद हैरान हो गए थे। काफी सालों से इस प्रकार की दवाइयां बनाने वाली कंपनिया इस पर रिसर्च कर रही हैं।

दवा कंपनियों की ओर से इसकी काफी खरीदी की जाती है। तो आज हम आप को बताएंगे की आखिर को हैरान हैं मेडिकल साइंस भी और क्या हैं इस दवाई के फायदे ।

ऐसे बनायें चूर्ण
सफेद मूसली शीघ्रपतन के देसी इलाज के काफी मशहूर है। कौंच के बीज, सफेद मूसली और अश्वगंधा के बीजों को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर बारीक चूर्ण बनाकर एक चम्मच चूर्ण सुबह और शाम एक कप दूध के साथ लेने से शीघ्रपतन और वीर्य की कमी जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

सालों से विभिन्न दवाइयो के निर्माण में भी सफेद मूसली का उपयोग किया जाता है। मूलत: यह एक ऐसी जडी-बूटी है जिससे किसी भी प्रकार की शारीरिक शिथिलता को दूर करने की क्षमता होती है। यही कारण है की कोई भी आयुर्वेदिक सत्व जैसे च्यवनप्राश आदि इसके बिना संम्पूर्ण नहीं माने जाते हैं।

आप की जानकारी के लिए बता दे की मूसली दो तरह की हुआ करती हैं। सफेद मुसली का उपयोग इन्फर्टिलिटी और स्पर्म की कमी को दूर करने के लिए किया जाता था। अब भी आयुर्वेदिक दवाइयों में इसका उपयोग किया जाता है।यह सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए भी उतनी ही गुणकारी औषधि है।

बता दें की ये बहुत ही पौष्टिक होती हैं और इसमें शिलाजीत भी डाली जाती हैं। वैसे बता दें की विदेश में इस पौधे से फ्लेक्स बनाए जाते हैं ।सफेद मूसली पुरुष के शरीर की ताकत बढ़ाने के साथ साथ वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी मदद करती है। यहां तक की काफी रिसर्च के बाद ये भी पता चला हैं की डाइबिटीज के बाद होने वाली नपुंसकता भी सफेद मूसली से दूर होती हैं।