Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नर्मदा नदी से निकला दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, देखिए किस शहर में हो रही है स्थापना की तैयारी

विशाल और काले रंग के शिवलिंग को नर्मदा नदी से निकाला है, यह प्राकृतिक शिवलिंग है ...

3 min read
Google source verification
shivling

इंदौर. नर्मदा नदी में से विशाल काले रंग का शिवलिंग निकला है जिसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इस शिवलिंग को दुनिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग बताया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आज तक किसी भी नदी में से इतना बड़ा शिवलिंग नहीं मिला है।

दूर से ही देखने पर इसकी चमक दिख जाती है
यह एक प्राकृतिक शिवलिंग है जो नदी की धारा में हजारों साल के कटाव से बना है। इस शिवलिंग की पूरी सतह चमकीली और रोशनीदार है। दूर से ही देखने पर इसकी चमक साफ दिख जाती है। इस आश्चर्य को देखने के लिए दूर दूर से लोग उमड़ रहे हैं। अब इंदौर के पास ही इस शिवलिंग की स्थापना की तैयारी भी शुरू हो गई है।

मध्यभारत के सबसे बड़े शिवलिंग की स्थापना इंदौर के एमआर 10 पर की जा रही है। 8 फीट के काले और खूबसूरत नर्मदेश्वर शिवलिंग उतारने में 11 घंटे और दो क्रेन को मशक्कत करना पड़ी। बमुश्किल शिवलिंग को निर्माणाधीन मंदिर में रखा गया।

दो क्रेन की मदद से उतारने में 11 घंटे लग गए
मंदिर का निर्माण करवाने वाले अमर सिंह तंवर ने बताया, शिवलिंग सनावद के पास बकावा गांव से लाया गया है। विशाल और काले रंग के शिवलिंग को नर्मदा नदी से निकाला है। यह प्राकृतिक शिवलिंग है। बुधवार को एमआर 10 पहुंचा, जहां पर उसे दो क्रेन की मदद से उतारने में 11 घंटे लग गए। मंदिर के निर्माण के बाद प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव होगा। 14 मई से सहस्रधारा यज्ञ 9 दिन तक होगा।

श्रीराम कथा में हुआ शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग, भजनों पर जमकर झूमे भक्त

संसार में सबकुछ संभव है, किसी वस्तु का अभाव नहीं है। अभाव है तो हमारे आपके भाव में है क्योंकि भगवान तो भाव के वश में होते हैं। रामकथा से हमें संस्कारों की शिक्षा मिलती है। पिता की आज्ञा पाकर राम का वन में जाना, भरत द्वारा भाई के सम्मान में राज पाट को त्याग देना जैसे प्रसंग युगों युगों तक मानव समाज को प्रेरणा देते रहेंगे।

उक्त विचार एमआर 9 कारस देव नगर स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में चल रही 9 दिवसीय श्रीराम कथा में गुरुवार को कथावाचक पं. संजीव मिश्रा ने श्रद्धालुओं को रामकथा में शिव सती विवाह का प्रसंग सुनाते हुए व्यक्त किए। उन्होंने भक्तों को शिव-सती विवाह प्रसंग को मंचित करते हुए कहा जीवन में चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की प्राप्ति के लिए विवाह संस्कार करवाया जाता है। जहां दो आत्माएं एक-दूसरे के लिए अपना समर्पण करती हैं। भगवान शिव और सती माता का समर्पण भी आज जगजाहिर हैं।

शिव की बारात का जीवंत प्रस्तुतिकरण
मंशापूर्ण हनुमान भक्तमंडल के मोहन सेंगर ने बताया कि एमआर 9 कारसदेव नगर स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पर चल रही 9 दिवसीय श्रीराम कथा में शिव विवाह प्रसंग की सुंदर मनमोहक प्रस्तुति से श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।

इस दौरान भगवान शिव की बारात का जीवंत प्रस्तुतिकरण भी किया गया। वहीं श्रीराम कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में मातृशक्तियां कथा पांडाल में आ रही है। श्रीराम कथा के दूसरे गुरुवार को व्यासपीठ का पूजन श्याम तिवारी, नवीन गोधा, विजय वानखेड़े, राजेश गुप्ता, महेंद्र बैस, बबलू ठाकुर सहित सभी भक्तों ने किया। कथा दोपहर 2.30 से शाम 6 बजे तक होगी। शुक्रवार को राम अवतार के कारण, नारद प्रसंग, मनुशतरूपा प्रसंग आयोजित होंगे।