
बोरे में मिली लाश की हुई पहचान, 10 साल के बच्चे से चर्चा में पत्नी तक पहुंची पुलिस, अब भांजे की तलाश
इंदौर, एरोड्रम थाना क्षेत्र में अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा ली है। शव की पहचान के बाद पुलिस ने बच्चें की मदद से घटनास्थल की तलाश कर ली है। टीआइ संजय शुक्ला के मुताबिक सोमवार को स्कीम 155 की खाली प्लॉट में मिले शव की पहचान पप्पू उर्फ देवेंद्र 42 पिता मुन्नीलाल अग्रवाल निवासी भगत सिंह नगर के रूप में हुई है। घटना की सूचना विभिन्न तरह से प्रकाशित हुई थी। आत्माराम ने शव की पहचान अपने भाई के रूप में की है। उन्होंने बताया कि बाणगंगा थाने के सामने कंट्रोल दुकान पर पप्पु नौकरी करता है। टीम दुकान पर पहुंची तो पता चला, पप्पु की पत्नी अपने बच्चें और भांजे विक्की के साथ राजाबाग कॉलोनी, कुशवाह नगर रहती है। घटनादिनांक को पप्पु अपने दुकान संचालक के 10 वर्षीय बेटे के साथ अपने 5 वर्षीय बच्चें से मिलने गया था। बच्चा ले जाने की बात पर पप्पु और उसकी पत्नी के बीच विवाद हुआ था। विवाद देख बच्चा वहां से अपने घर आ गया था। बच्चें से मिली सूचना के आधार पर पप्पु की पत्नी को हिरासत में लिया। पत्नी ने बताया, बच्चे को लेकर विक्की और पति के बीच विवाद हो गया। विवाद बढ़ता देख वह थाने शिकायत करने निकल गई। 2 घंटे बाद घर लौटी तो पति और भांजा नहीं मिले। विक्की ने पति को मारा है। विक्की अरविंदो के आगे प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करता है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। वहीं पुलिस को आशंका है हत्याकांड में पत्नी भी शामिल है। विक्की के पकड़ाने के बाद स्थिति साफ होगी।
गौरतलब है कि सोमवार सुबह निगमकर्मी को सफाई के दौरान खाली प्लॉट पर बोरा मिला था। बोरा उठाने पर उनके हाथ पर खून लगा था। संदेह के चलते उन्होंने दरोगा को बुलाकर बोरे को खोला तो उसमें लाश मिली। लाश के हाथ पैर चुनरी से बंधे थे। जांच में गला घोंटकर हत्या और सिर पर हमला करने की बात सामने आई थी।
Published on:
13 Sept 2022 11:23 pm
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