इंदौर

अब आसानी से मंजूर नहीं होंगे ‘मकान के नक्शे’, नई व्यवस्था लागू

MP News: नई व्यवस्था के तहत नए सॉफ्टवेयर पर ही फाइल अपलोड की गई। इसी के माध्यम से बिल्डिंग के नक्शे की मंजूरी मिलेगी।

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Jul 02, 2025
(फोटो सोर्स: पत्रिका)

MP News: नगर निगम की बिल्डिंग परमिशन शाखा में नए सॉफ्टवेयर (एबीपीएएस-3) पर काम शुरू हो गया। अब तक भवन अनुज्ञा शाखा में एबीपीएएस-2 के माध्यम से बिल्डिंग के नक्शों को मंजूरी दी जाती थी। नई व्यवस्था के तहत नए सॉफ्टवेयर पर ही फाइल अपलोड की गई। इसी के माध्यम से बिल्डिंग के नक्शे की मंजूरी मिलेगी। अफसरों का दावा है कि इस सॉफ्टवेयर से मंजूरी के प्रकरणों को रफ्तार मिलेगी और नक्शों में गड़बड़ी करने वालों पर लगाम लगेगी।

एबीपीएएस-3 में पास होंगे नक्शे

मालूम हो, निगम सीमा में घर बनाने से पहले बिल्डिंग परमिशन लेनी होती है। इसके लिए प्लॉट साइज के अनुसार प्राइवेट इंजीनियर नक्शा बनाकर निगम के सॉफ्टवेयर पर अपलोड करते हैं। अब तक यह काम एबीपीएएस-2 के जरिए होता था। इसमें मैनुअली हस्तक्षेप होने से गड़बड़ी के आरोप लगते थे।

एबीपीएएस-3 में ऑनलाइन नक्शों की चेक लिस्ट को सख्त बनाया गया है। गलत नक्शे ऑटो रिजेक्ट हो जाएंगे। नए सॉफ्टवेयर के लिए सभी बिल्डिंग ऑफिसर, बिल्डिंग इंस्पेक्टर, प्राइवेट इंजीनियर, कंसल्टेंट आदि को ट्रेनिंग दी गई।

जीरो एरर पर काम

एबीपीएएस-3 सॉफ्टवेयर पर प्राइवेट इंजीनियर के नक्शे की ड्राइंग-डिजाइन अपलोड करते ही गलती पकड़ में आ जाएगी और सही नक्शा ही अपलोड होगा। इससे बिल्डिंग परमिशन शाखा और आवेदक का समय बचेगा। पहले नक्शे की ड्राइंग-डिजाइन ऑनलाइन लगाई जाती थी और फिर नक्शा रिजेक्ट होता था तो करेक्शन के बाद फिर से फाइल लगानी होती थी। इसमें समय अधिक लगता था। दावा है कि नई व्यवस्था में त्रुटि रहित नक्शा ही अपलोड होगा। नए सॉफ्टवेयर में गलत नक्शे पास नहीं होंगे।

मैनुअली हस्तक्षेप होगा कम

नई व्यवस्था लागू से पहले अपलोड हो चुकीं बिल्डिंग परमिशन की फाइलों के निराकरण को लेकर संशय की स्थिति बनी। इस पर निर्णय हुआ कि सोमवार से पहले पुराने सॉफ्टवेयर पर अपलोड फाइलों का निराकरण उसी सॉफ्टवेयर के अनुसार होगा। यदि नक्शा रिजेक्ट हुआ तो उसे नए सिरे से नए सॉफ्टवेयर पर अपलोड करना होगा।

Published on:
02 Jul 2025 10:55 am
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