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सेक्स रैकेट में पकड़ाईं हाईप्रोफाईल कॉलेज गर्ल्स, न्यूड चैटिंग करवाने के बाद ग्राहक तय करते थे दाम

वाट्सएप पर वीडियो क्लिप ग्राहकों को भेजते थे। पसंद आने पर लाइव चैट करवा डीलिंग फिक्स होती थी।

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Arjun Richhariya

Aug 05, 2017

इंदौर. हीरा नगर और महिला पुलिस ने सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर चार महिलाओं व चार युवकों को पकड़ा। इनके ग्रुप में कॉलेज गल्र्स भी हैं जो नशे की आदी हैं। वाट्सएप पर वीडियो क्लिप ग्राहकों को भेजते थे। पसंद आने पर लाइव चैट करवा डीलिंग फिक्स होती थी। किराए के मकान में कई महीनों से रैकेट संचालित हो रहा था। रैकेट की सरगना महिला पहले भी पकड़ी जा चुकी है।
टीआई हीरानगर शशिकांत चौरसिया ने बताया, स्कीम 136 स्थित एक घर में सेक्स रैकेट चलने की सूचना पर महिला थाना प्रभारी ज्योति शर्मा ने टीम के साथ दबिश दी। घर से मीना रघुवंशी, प्रगति व्यास, यास्मीन खान ( बांग्लादेश), निधि गंगेले, दीपक उर्फ मोनू बकावले, नीरज राजपूत, धुवेंद्र सिंह राजपूत व दीपक सिंह गुर्जर को गिरफ्तार किया। रैकेट संचालन मीना और विकास कर रहे थे। विकास फिलहाल फरार है। मीना-विकास ने डॉ. विवेक गुप्ता से घर किराए पर लिया था। मीना को दो महीने पहले एरोड्रम पुलिस ने सेक्स रैकेट संचालन करने के मामले में गिरफ्तार किया था। घर से आपत्तिजनक वस्तुएं मिली। बीसीए छात्रा प्रगति मूलत: नीमच की है। निधि नशे की आदी है।

सोशल मीडिया पर डील
विकास ग्राहक लाने का काम करता था। वाट्सएप पर ग्राहकों को युवतियों की वीडियो क्लिप भेजता और ग्राहक से लाइव चैट करवाता और फिर पैसा तय होता। एडवांस में पैसे लेने के बाद ग्राहकों को स्कीम 136 स्थित घर पर बुलाते थे। क्षेत्र के रहवासियों को भी यहां अकसर नए लोगों के आने के चलते शंका थी। सभी आरोपित के खिलाफ महिला पुलिस ने केस दर्ज किया है। उन्हें शुक्रवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।

इंदौर में बढ़ रहे इस तरह के अपराध
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में इंदौर में सेक्स रैकेट के कई मामले सामने आ गए हैं। पुलिस लगातार इस तरह के केस हैंडल कर रही है और रहवासियों और आम लोगों से भी अपील कर रही है कि वे पुलिस को किसी भी प्रकार की शंका होने पर तुरंत सूचित करें। इस तरह के केस में सबसे ज्यादा आस पास के लोगों का अवेयर होना जरूरी है। पुलिस का कहना है कि आस पास के लोग ही सबसे पहले सूचना देते हैं जिसके आधार पर कार्रवाई की जाती है। इंदौर में तेजी से विकास होने के साथ साथ कई दूसरे शहरों के लोग गलत धंधों में भी शामिल हो रहे हैं और उनका नेटवर्क देश में कई जगहों पर मिल रहा है।