- डिफेंस प्राडक्ट एक्सपोर्ट में इंदौर सहित अन्य शहरों की एमएसएमई के लिए सुनहरे अवसर- शहर के दो इनोवेशन को मिला एयरो इंडिया-23 में प्रथम पुरस्कार- रक्षामंत्री, सीडीएस व विदेशी सेना चीफ आफिसर्स ने की सराहना
इंदौर. संदीप पारे. शहर के पहले औद्योगिक क्षेत्र पोलोग्राउंड में डिफेंस प्रोडक्ट के क्षेत्र में काम कर रही एमएसएमई लाइट गाइड ऑप्टिक्स ने बेंगलूरु में कमाल किया है। 25 साल से डिफेंस प्रोडक्ट बना रही कंपनी के स्टार्टअप डेफटेक इनोवेशन ने एयरो इंडिया-2023 में एयरफोर्स के दो चैलेंज की राह आसान बनाई है। स्टार्टअप द्वारा इनोवेट किए गए विशेष बंकर और सेटेलाइट के विशेष पार्ट सेटेलाइट थ्रस्टर को पहला पुरस्कार मिला है। दोनों प्रोडक्ट की सराहना रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ डिफेंस स्टाफ ले. जनरल अनिल चौहान ने की है। स्टार्टअप अब दोनों प्रोडक्ट सेना को देगा। प्रदर्शनी में विदेशी सेनाओं से आए प्रमुख अफसरों की रुचि डिफेंस प्रोडक्ट एक्सपोर्ट में उभरती संभावनाओं का संकेत दे रही है।
हाल ही में बेंगलूरु में एयरफोर्स द्वारा एयरो इंडिया-2023 का आयोजन किया गया। इसमें मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पर जोर देते हुए भारतीय एमएसएमई के डिफेंस इनोवेशन को प्रस्तुत किया गया। कंपनी ने डिफेंस की स्कीम इनोवेशन फाॅर डिफेंस एक्सलेंस (आइडेक्स) में हिस्सा लिया।
कंपनी के सिद्धार्थ धावले व गौरव बंसल ने बताया, आर्मी डिजाइन ब्यूरो नए उत्पादों की जरूरत बताकर प्रतियोगिता आयोजित करता है। इसमें भविष्य में सेना के लिए आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए उपकरण व टेक्नाेलाॅजी के चैलेंजेस दिए जाते हैं। बंसल के अनुसार, हमने दो चैलेंजेस में सफलता प्राप्त की है। पहला चैलेंज आर्मी के लिए दुर्गम क्षेत्रों में विशेष बंकर तैयार करने का था। इसमें आर्मी ने भविष्य की टेक्नोलाॅजी और बदलावों को देखते हुए सुरक्षित बंकर की डिजाइन मांगी थी। हमने विशेष बंकर तैयार किया है, जो कठिन परििस्थतियों में भी हमारे सैनिकों को वारफ्रंट पर सुरक्षित रखेगा। सेना के सहयोग से दोनों का निर्माण किया जाएगा। प्राेटोटाइप बनने के बाद जरूरत के अनुसार बनाएंगे।
सेटेलाइट थ्रस्टर पर भी आर्मी का ट्रस्ट
आयोजन में पहली बार आर्मी ने डिफेंस स्पेस चैलेंज भी रखा। अब स्पेस में भी काम करने की जरूरत है। सरकार इसमें संभावनाएं तलाश रही है। इसके लिए सेटेलाइट इनोवेशन पर हमारे तकनीकी नवाचार को पहला पुरस्कार मिला है। हमने सेटेलाइट में लगने वाले पार्ट थ्रस्टर का इनोवेटिव डिजाइन प्रस्तुत किया था। यह उपकरण सेटेलाइट पोजिशनिंग के काम आता है।
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डिफेंस एक्सपोर्ट में अच्छी संभावना
बंसल ने बताया, आयोजन में कई देशों के आर्मी प्रमुख आए थे। उन्होंने सभी कंपनियों के उत्पाद देखे। कुछ पर एक्सपोर्ट की संभावना भी जताई। भारत की कंपनियां अपनी आर्मी को तो सप्लाई कर रही हैं। आने वाले दिनों में एक्सपोर्ट के भी अच्छे अवसर मिल सकते हैं। बता दें, इंदौर में 10 से ज्यादा एमएसएमई डिफेंस प्रोडक्ट के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। मप्र में इंजीनियरिंग प्रोडक्ट के क्षेत्र में निर्यात की अच्छी संभावना है।