6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

देव कर्म ऐच्छिक लेकिन पितृ कर्म तो अनिवार्य रखें

देव कर्म एच्छिक हो सकते हैं, लेकिन पितृ कर्म तो अनिवार्य ही होते हैं। ये केवल श्राद्ध पक्ष में नहीं, बल्कि हर दिन भी करें तो इससे पितरों और पूर्वजों को प्रसन्नता भी मिलेगी और हमारे पुण्य का बैलेंस भी बढ़ेगा।

2 min read
Google source verification

इंदौर

image

Lavin Owhal

Sep 17, 2022

देव कर्म ऐच्छिक लेकिन पितृ कर्म तो अनिवार्य रखें

देव कर्म ऐच्छिक लेकिन पितृ कर्म तो अनिवार्य रखें

इंदौर. तर्पण हमारे सोलह संस्कारों में से एक महत्वपूर्ण शास्त्रोक्त अनुष्ठान है, जिससे काल सर्पदोष, पितृदोष एवं जन्म कुंडली के ग्रहों के दोष भी नष्ट हो सकते हैं। हमारी संस्कृति में दीपावली, नवरात्रि, गणेश उत्सव एवं श्राद्ध पक्ष जैसे उत्सवों का प्रावधान इसीलिए है कि हम अपने देवी-देवताओं और पितरों को प्रसन्न रख सकें। देव कर्म एच्छिक हो सकते हैं, लेकिन पितृ कर्म तो अनिवार्य ही होते हैं। ये केवल श्राद्ध पक्ष में नहीं, बल्कि हर दिन भी करें तो इससे पितरों और पूर्वजों को प्रसन्नता भी मिलेगी और हमारे पुण्य का बैलेंस भी बढ़ेगा।
ये विचार आचार्य पं. पवन तिवारी ने पीलियाखाल स्थित हंसदास मठ पर श्रद्धा सुमन सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे तर्पण अनुष्ठान में व्यक्त किए। प्रारंभ में समिति की ओर से मोहनलाल सोनी, हरि अग्रवाल, राजेंद्र गर्ग, चंद्रप्रकाश गुप्ता, डॉ. चेतन सेठिया, मुरलीधर धामानी, विनय जैन, सी.ए. सीताराम सोनी सहित तर्पण अनुष्ठान में शामिल सभी साधकों ने भाग लिया। आज भी तर्पण अनुष्ठान में देश के लिए शहीदों, गोवंश, होल्कर शासकों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लिए भी मोक्ष की कामना की गई । तर्पण में प्रतिदिन 600 से अधिक साधक आ रहे हैं। तर्पण के बाद निर्धनों, पशु-पक्षियों के लिए खीर प्रसाद की व्यवस्था भी यहां रखी गई है। साधकों के लिए तर्पण सामग्री, दूध, दुर्वा, तिल, जौ, पुष्प एवं जनेऊ सहित सभी सामग्री समिति की ओर से दी जा रही है। संचालन राजेन्द्र गर्ग ने किया और आभार माना हरि अग्रवाल ने।
आज से पितृ मोक्षदायी भागवत
श्रद्धा सुमन सेवा समिति द्वारा रविवार से प्रतिदिन दोपहर 2 से 5 बजे तक सात दिवसीय पितृ मोक्षदायी संगीतमय भागवत का अनुष्ठान भी आचार्य पं. पवन तिवारी के श्रीमुख से हंसदास मठ पर किया जाएगा। हंसदास मठ पर तर्पण अनुष्ठान सुबह 8 से 10 बजे तक पूर्ववत जारी रहेगा। भागवत का शुभारंभ मठ परिसर में शोभायात्रा के साथ दोपहर 1.30 बजे होगा। अध्यक्ष मोहनलाल सोनी एवं संयोजक हरि अग्रवाल ने बताया कि हंसदास मठ पर तर्पण अनुष्ठान सर्वपितृ अमावस्या 25 सितम्बर तक प्रतिदिन चलेगा।