
नेशनल हैकाथॉन में फर्स्ट रनर अप रहा इंदौर में बना सुपर ऐप फॉर फाॅमर्स, नाबार्ड करेगा इन्वेस्टमेंट
बीटेक के बाद इंदौरी युवा ने कृषि क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन पर काम करते हुए स्टार्टअप शुरू किया। किसानों को एक ही प्लेटफॉर्म पर हर तरह की सुविधा देने के लिए ऐप बनाया, जिसे हाल ही में नेशनल एग्री इनोवेट हैकाथॉन में फर्स्ट रनर अप का पुरस्कार मिला। ऐप से कृषि के परंपरागत कार्य के आधुनिकीकरण का दावा है। ऐप में फसल का फोटो अपलोड करने के बाद सैटेलाइट मॉनिटरिंग और मशीन लर्निंग (एआइ) से हर तरह के खतरे से आगाह किया जाता है। फसल खराब होने की आशंका पर अलर्ट जारी किया जाता है।
एमपी औद्योगिक विकास निगम (एमपीआइडीसी) के आइटी पार्क में सृजन इन्क्यूबेशन सेंटर से स्टार्टअप शुरू करने वाले इंदौरी युवा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। इस स्टार्टअप ने कृषि कार्य के डिजिटलाइजेशन पर काम किया और अब नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर व रुरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) इसे फंडिंग करने जा रहा है। स्टार्टअप ने नेशनल एग्री इनोवेट हैकाथॉन में भाग लिया था। महाराष्ट्र का स्टार्टअप इसमें विजेता रहा।
-------------
किसानों को जोड़ा
बंगाली चौराहा क्षेत्र निवासी सरल जैन ने को-फाउंडर चेतना पाटीदार के साथ मिलकर एग्री टेक के डिजिटलाइजेशन का काम किया। सरल बताते हैं कि वे निजी कंपनियों के लिए काम करते थे। चेतना का बैकग्राउंड कृषि का है। हमने ऐप बनाकर प्रदेश के किसानों को जोड़ा। इस ऐप में कई सुविधाएं हैं।
--------------
ऐप के बारे में दावा
- किसान फसल (पौधे) का फोटो ऐप पर डाउनलोड करता है। ऐप पर क्रॉप कैलेंडर बना है, जिसमें पौधरोपण के साथ अन्य जानकारी होती है।
- सैटेलाइट माॅनिटरिंग के जरिए फॉर्म, स्वाइल और क्राॅप हेल्थ की जानकारी नि:शुल्क उपलब्ध कराते हैं।
- पौधे की अपलोड फोटो स्कैन कर सैटेलाइट माॅनिटरिंग, मशीन लर्निंग से किसान को समय-समय पर अलर्ट किया जाता है कि पौधे को कौन सा रोग लगने की आशंका है या फिर कौन सा रोग लगा है, उसे कैसे दूर कर सकते हैं।
- स्वाइल टेस्टिंग, मौसम के पूर्वानुमान का भी अलर्ट भेजा जाता है, ताकि समय पर फर्टिलाइजेशन किया जा सके। नाबार्ड की लोन योजनाएं, कृषि उपकरण आदि की जानकारी ऐप पर उपलब्ध है।
Published on:
08 Sept 2024 06:19 pm
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
