अलसुबह से ही माताजी स्थापना, मंदिरों पर भीड़, धूमधाम से पंडालों पर पहुंची दुर्गा प्रतिमाएं
इंदौर . शक्ति आराधना के पर्व शारदीय नवरात्रि की आज से शुरुआत हो गई। अलसुबह से ही प्रमुख मंदिरों में दर्शन करने के लिए भक्तोंं की कतार लगना शुरू हो गई। इधर, विशेष मुहूर्त के चलते अलसुबह ही अनेक घरों में घट स्थापना हुई, वहीं सार्वजनिक पंडालों में बैंड-बाजों के साथ प्रतिमाएं लाईं गईं।
नवरात्रि की शुरुआत आज हो गई जिसमें शक्ति स्वरूप माता के नौ रूपों की आराधना होगी। सुबह ब्रह्म मुहूर्त 6.21 से 7.25 बजे के बीच में बड़ी संख्या में लोगों ने घरों में घट और प्रतिमाओं की स्थापना की। इसके साथ में कुछ सार्वजनिक गरबा पंडालों में भी सुबह- सुबह माता की स्थापना की गई। वे एक दिन पहले ही माता की प्रतिमा को ले आए थे। हालांकि बड़ी संख्या में गरबा आयोजक बैंड बाजों के साथ में प्रतिमा लेने पहुंचे। स्थापना के साथ दुर्गा चालिसा पाठ और हवन पूजन किया गया। इधर, नवरात्रि के पहले दिन मंदिरों में सुबह से भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। सबसे ज्यादा श्रद्धालु बिजासन माता मंदिर पहुंचे। यहां माताजी का विशेष शृंगार किया गया। जिसके दर्शन करने के लिए मंदिर के बाहर लंबी लाइन लग गई। बिजासन होलकरकालीन मंदिर है। प्राचीन होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में शहरवासी दर्शन करने पहुंचते हैं। टेकरी के नीचे पार्किंग की व्यवस्था है, बीते दो साल से मेला भी नीचे ही लग रहा है। वहीं अन्नपूर्णा मंदिर, राजेंद्र नगर आम्बा वाली माता, स्कीम नंबर 140 व गुरुनानक कॉलोनी स्थित वैष्णो देवी मंदिर, खजराना व परदेशीपुरा स्थित कालका माता मंदिर, हरसिद्धि सहित अन्य मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे।
गरबों की धूम
माता की आराधना में होने वाले गरबे आज रात से शुरू हो जाएंगे। गरबा पंडालों में कल ही विद्युत व्यवस्था, साउंड सिस्टम के साथ कलाकारों ने अभ्यास किया। शहर में हजार से अधिक गरबा पंडाल हैं जहां पर गरबों की प्रस्तुति होंगी।
नौ दिन का उपवास
माता में आस्था रखने वाले श्रद्धालु अलग- अलग ढंग से उपवास रखते हैं। वे भूखे रहकर नौ दिनी तप करने का प्रयास करते हैं । कुछ एक समय भोजन करते है तो कुछ फलों पर ही आश्रित रहते हैं। कई ऐसे भी भक्त रहते हैं जो कि चप्पल जूते पहनना बंद कर देते हैं।