पूछताछ में मदद नहीं करने पर की गई सख्ती
इंदौर। जमीन के जादूगर सुरेंद्र संघवी, प्रतीक संघवी, दीपक जैन उर्फ मद्दा, मनीष शाहरा और मनीष खत्री के यहां छापामार कार्रवाई में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के हाथ एक करोड़ रुपए नकद और जमीन सहित कई दस्तावेज लगे हैं। एक जगह से तो न्यायालय केस संबंधित कई कागजात मिले हैं। इस बीच खबर है कि प्रतीक और सुरेंद्र संघवी को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसकी खबर लिखे जाने तक पुष्टि नहीं हो पाई है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देश पर 2021 में तत्कालिन कलेक्टर मनीष सिंह ने माफिया मुहिम शुरू की थी। उसमें देवी अहिल्या गृह निर्माण संस्था की अयोध्यापुरी कॉलोनी में अवैध रूप से जमीन की खरीद फरोख्त करने वाली सिम्प्लेक्स कम्पनी के डायरेक्टर सुरेंद्र संघवी, प्रतीक संघवी, दीपक मद्दा, मुकेश खत्री के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई थी। उसके अलावा हिना पैलेस और पुष्प नगर की जमीन को अवैध रूप से बचने पर दो मुकदमे दर्ज किए गए थे।
प्रकरण में हजारों करोड़ रुपए के हेराफेरी करने का अंदेशा लगाया गया था जिस पर ईडी मामला संज्ञान में ले लिया था। सितंबर 2022 को नोटिस जारी किए थे लेकिन जमीन के जालसाजों ने गोलमार जवाब दे दिया था। कल ईडी की टीम ने संघवी परिवार, मद्दा, खत्री और संघवी से कारोबार में पार्टनर मनीष शाहरा के यहां छापामार कार्रवाई की। 16 घंटे जांच चली जिसमें संघवी परिवार मदद नहीं कर रहा था। इसके चलते ईडी अफसरों को सख्ती करना पड़ी। उसके बाद कई राज खुले।
कई गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनों के दस्तावेज सामने आए तो 50 लाख रुपए नकद भी मिले। वहीं, मद्दा के यहां पर 40 लाख रुपए तो खत्री के पास 15 लाख रुपए नकद मिले। मद्दा के पास दस्तावेज कम मिले जिससे ईडी को आशंका है कि उसने कहीं इधर उधर कर रखे हैं। इसके अलावा मनीष शाहरा के यहां पर उच्च न्यायालय केस संबंधित कई दस्तावेज मिले जिनको देखकर अफसर सकते में आ गए।
ईडी तैयार कर रही मनी लॉन्ड्रिंग का मामला
सूत्रों के मुताबिक संघवी परिवार के पास जमीन के कई दस्तावेज निकले जिसमें गृह निर्माण संस्था की जमीनें भी हैं। इसमें मोटी कमाई की आशंका जताई जा रही है।इसके बाद ईडी अब सभी पर मनी लांड्रिग का केस तैयार कर रही है। इधर, मद्दा तो अभी जेल में ही है। अनुमति लेकर पूछताछ की जा सकती है। उसके अलावा मद्दा के साले दीपेंद्र को लेकर भी ईडी ने पूछताछ की है।