
बार-बार हो रहे विद्युत फाल्ट, देखा तो...
इंदौर. जलूद में बार-बार इलेक्ट्रिक फाल्ट होने से नर्मदा के पहले, दूसरे और तीसरे चरण के पंप बंद हो जाते हैं। इससे शहर में जलप्रदाय प्रभावित होता है और लोगों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ती है। जलूद में बार-बार फाल्ट क्यों होता है और अधिक शट्डाउन की समस्या को कैसे हल किया जा सकता है, इसे लेकर नगर निगम जलप्रदाय विभाग के प्रभारी जलूद पहुंचे। यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने फाल्ट की समस्या के स्थायी समाधान के लिए अमृत-2 में काम करने और पानी की चैनल साफ करने के आदेश दिए।
शहर में नर्मदा के तीनों चरण मिलाकर तकरीबन 540 एमएलडी पानी आता है। बावजूद इसके शहर के कई क्षेत्रों में पानी सप्लाय को लेकर समस्या बनी रहती है। कारण जलप्रदाय का मैनेजमेंट ठीक नहीं होना है। इसे सुधारने की बहुत जरूरत है, लेकिन निगम में जलप्रदाय विभाग के जिम्मेदार अफसर ध्यान नहीं देते हैं। नतीजतन नर्मदा का पर्याप्त पानी होने के बावजूद लोगों को किल्लत झेलना पड़ती है। खासकर उस समय जब जलूद में फाल्ट होने या फिर तकनीकी कारणों के चलते नर्मदा के तीनों चरण के पंप बंद करना पड़ते हैं। सुधार कार्य में दो से तीन दिन लग जाते हैं और शहर में जलप्रदाय प्रभावित हो जाता है। सबसे ज्यादा समस्या नर्मदा पहले और दूसरे चरण के पंङ्क्षपग स्टेशन पर आती है। सालभर में दोनों चरण के पंप दर्जनों बार बंद होते हैं।
जलूद और पंपिंग स्टेशन पर लगातार विद्युत फाल्ट क्यों हो रहे हैं और इसका स्थायी समाधान कैसे किया जा सकता है इसको लेकर कल जलप्रदाय विभाग के प्रभारी अभिषेक शर्मा (बबलू) ने नर्मदा परियोजना मंडलेश्वर का निरीक्षण किया। उनके साथ कार्यपालन यंत्री चैतन्य रघुवंशी, कार्यपालन यंत्री जलप्रदाय संजीव कुमार श्रीवास्तव, कंसलटेन्ट मेसर्स डीआरए, मेसर्स रेमकी इन्फ्रास्ट्रक्चर और नर्मदा तृतीय चरण का संधारण करने वाली एजेन्सी मेसर्स चीमाटेक के प्रतिनिधि सहित विभागीय अफसर मौजूद थे।
मोटरों की कूलिंग व्यवस्था करो
जलकार्य प्रभारी शर्मा ने ग्रेविटी लाइन के संधारण कार्य का निरीक्षण किया। पंप हाउस क्रमांक 5 व 3 को देखने के बाद मोटरों की कूलिंग की व्यवस्था, भकलाय स्थित ट्रीटमेन्ट प्लांट पर पानी की चैनल की सफाई कराने के आदेश दिए। जलूद में इन्टेकवेल के निरीक्षण के दौरान उन्होंने वर्षाकाल के दौरान जलापूर्ति प्रभावित न हो, इसके लिए नर्मदा नदी पर बनाई गई अस्थायी पंपिंग व्यवस्था की चैनल तथा जालियों के लिए प्रस्ताव तैयार करने का सुझाव दिया। जलूद में बार-बार होने वाले विद्युत फाल्ट के स्थायी समाधान को लेकर अमृत 2 परियोजना अंतर्गत समस्त प्रावधान लिए जाने और पंप हाउस में होने वाले ओवरफ्लो को बंद करने का अफसरों से कहा।
Published on:
07 Sept 2022 11:06 am
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