16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लिखावट पढ़कर बता देते हैं आपकी स्ट्रेंथ और वीकनेस

ग्रेफोलॉजिस्ट ऋषि माथुर हैंडराइटिंग एनालिसिस कर बताते हैं वीकनेस को स्ट्रेंथ में बदलना।

less than 1 minute read
Google source verification

image

Narendra Hazare

Apr 13, 2016

graphologist

graphologist

इंदौर।
क्या आपको पता है, हैंडराइटिंग से आपकी स्ट्रेंथ और वीकनेस का पता लगाया जा सकता है। यही नहीं वीकनेस को जानने के बाद हैंडराइटिंग में कुछ चेंजेस लाकर वीकनेस को स्ट्रेंथ में भी बदला जा सकता है। यह ग्रेफोथेरेपी से संभव है। ग्रेफोथेरेपी से ओवरऑल पर्सनॉलिटी को ग्रूम कर सकते हैं।

इस थेरेपी पर वर्क कर रहे दिल्ली के ग्रेफोलॉजिस्ट ऋषि माथुर इसके जरिये लोगों की प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर रहे हैं। वे काउंसलिंग अलग-अलग प्रोफेशन में काम कर रहे लोगों और यंगस्टर्स की हैंडराइटिंग एनालिसिस कर उन्हें पर्सनॉलिटी को ग्रूम करने के बारे में बता रहे हैं।

काउंसलिंग से सॉल्यूशन तक

पत्रिका से खास बातचीत करते हुए ऋषि माथुर ने बताया, ग्रेफोथेरेपी की ट्रेनिंग उन्होंने यूरोप के ट्रेंड एक्सपर्ट से कई सालों पहले ली थी। यह थेरेपी हैंडराइटिंग एनालिसिस पर वर्क करती है। इसके प्रेक्टिशनर इंडिया में बहुत कम हैं। इसलिए इसको लोगों तक पहुचाने के लिए वर्क कर रहा हूं। इस थेरेपी में हैंडराइटिंग से स्ट्रेंथ, वीकनेस, बीहेवियर, पर्सनॉलिटी का पता लगाया जा सकता है।

इसकी खासियत यह है कि, किसी भी व्यक्ति के बारे में पता चलने के साथ ही इनको ठीक करने के सॉल्यूशन भी अवेलेबल रहते हैं। इस थेरेपी के जरिए हैंडराइटिंग में थोड़ा चेंज लाकर अपने वीकनेस को स्ट्रेंथ में चेंज किया जा सकता है। वे पूरे देश में घूम-घूम कर इस थेरेपी का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। ऋषि माथुर से ईमेल rmgraphocounsellor@gmail.com के जरिये संपर्क किया जा सकता है।

ये भी पढ़ें

image