11 व्यापारियों पर गिरी गाज, आज होगा सही-गलत का फैसला
इंदौर। दीपावली के ठीक पहले धमाका करते हुए स्टेट जीएसटी ने मध्यप्रदेश के 59 पटाखा कारोबारियों के यहां छापामार कार्रवाई की। इंदौर में भी रीजनल पार्क पटाखा मार्केट के 11 व्यापारियों के यहां भी टीम पहुंची। देर रात तक माल और बिल का मिलान किया जा रहा था, लेकिन समय अधिक होने पर दुकानों को सील कर दिया गया। आज सुबह फिर से जांच शुरू हुई।
इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, हरदा, कटनी सहित एक दर्जन शहर के 59 पटाखा व्यापारियों के यहां पर वाणिज्यिक कर विभाग (स्टेट जीएसटी) की टीम पहुंची। इस कार्रवाई में पूरे प्रदेश के 200 से अधिक अफसरों को काम पर लगाया गया। इंदौर में भी दर्जनों अफसरों की टीम रीजनल पार्क स्थित 11 पटाखा कारोबारियों के यहां पहुंची। इसके अलावा उनके गोदामों पर भी दूसरी टीम ने दबिश दी। कुछ के घरों पर भी अफसर पहुंचे ताकि दस्तावेज जत किए जा सकें। कार्रवाई इतनी गोपनीय हुई कि किसी को कानोकान खबर नहीं थी। जैसे ही अफसर प्रकट हुए वैसे ही सब कारोबारी सकते में आ गए।
व्यापारियों से पूछताछ, गोदाम में रखे माल से बिल का मिलान
जांच के दौरान अफसरों ने व्यापारियों से पूछताछ भी की। गोदाम में रखे माल से बिल का मिलान करने का प्रयास किया। चूंकि पटाखों में सैकड़ों वैरायटी होती है जिसकी वजह से अफसर भी उलझते रहे। इस वजह से रीजनल पार्क पर रात एक बज गए। आखिर में अफसरों ने तय किया कि दुकानों को सील कर सुबह जांच की जाए। आज सुबह फिर से टीम मार्केट में पहुंच गई।
इधर, खेमा एजेंसी, सतनाम फायर व रवि फायर वर्क जैसी बड़ी संस्थान के गोदामों पर रात 3 बजे तक जांच चलती रही। कार्रवाई के बाद सक्रिय हुए व्यापारियों ने अफसरों पर राजनीतिक दबाव बनाने का भी प्रयास किया ताकि कार्रवाई से मुित मिल सके। हालांकि वाणिज्यिक कर विभाग के आला अफसरों के साथ में सरकार के बड़े अफसरों की भी कार्रवाई पर निगाह है जिसकी वजह से कई व्यापारियों के अरमान भी ठंडे पड़ गए। अब देखना है कि कितने व्यापारियों पर गाज गिरती है।
कई व्यापारियों का बड़ा खेल
सरकार ने जीएसटी को लेकर सख्ती कर रखी है, लेकिन पटाखा कारोबार में बड़ा झोल है। बड़े व्यापारियों का माल बिना जीएसटी के भी इंदौर आता है। जीएसटी भरे हुए एक ट्रक की आड़ में तीन ट्रक निकलकर आते हैं। ऐसा करके व्यापारी सरकार को बड़े पैमाने पर चपत लगाते हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि शिवाकाशी से सारा माल इंदौर आता है जिसकी दूरी तय करने में कई राज्य पार करना पड़ते हैं। उसके बावजूद कहीं भी पकड़ नहीं हो पाती है।
ये हैं संस्थाएं जहां हुई जांच
रवि फायर वर्क
खेमा एजेंसी
लासिक फायर वर्क
साईंबाबा एजेंसी
खेमा फायर वर्क
लक्ष्मी फायर वर्क
संजय राखी एंड
पटाखा हाउस
सुंदरम एजेंसी
प्रभु फायर वर्कस
उज्ज्वल फायर वर्क
सतनाम फायर