
एक्सीडेंट की आशंका, ट्रैफिक पुलिस की आपत्ति नजर अंदाज, बस स्टॉप मार्किंग का पालन नहीं
एआइसीटीएसएल द्वारा संचालित सिटी बसों की मनमानी ट्रैफिक मेेें परेशानी बन रही है। हाई-वे बन चुके एमआर-10 को जिम्मेदारों ने अवैध पार्किंग बना दिया है। स्टार चौराहे से लेकर रिंग रोड चौराहे के बीच मुख्य सड़क पर हर रात करीब 50 बसों की पार्किंग कर दी जाती है। एक्सीडेंट की आशंका होने पर पुलिस ने आपत्ति ली, लेकिन उसे नजर अंदाज कर बसों को सड़क किनारे ही खड़ा किया जा रहा है।
एमआर-10 पर साईं कृपा कॉलोनी के सामने रिंग रोड चौराहे की ओर बसें रात 9-10 बजे से पार्क होने लगती हैं, जो सुबह 9 बजे तक सड़क किनारे खड़ी रहती हैं। बायपास को रिंग रोड से जोड़ने वाली यह मुख्य सड़क है। बस-ट्रकोंं के साथ ही छोटे वाहनों का 24 घंटे आवागमन होता है, लेकिन फिर भी मनमानी की जा रही है। रात में वाहनों की गति अधिक रहने और अंधेरा होने से सड़क पर पार्क सिटी बसों से वाहनों के टरकाने की आशंका है। यहां पास ही पार्किंग के लिए एआइसीटीएसएल की जमीन है, लेकिन बसें वहां न खड़ी करते हुए सड़क पर कब्जा किया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस के एसीपी मनोज खत्री ने एक्सीडेंट की आशंका को देखते हुए आपत्ति ली और सिटी बसों को सड़क पर पार्क नहीं करने के निर्देश दिए, लेकिन एआइसीटीएसएल के जिम्मेदारों ने इसका पालन नहीं किया।
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स्टॉप लाइन उल्लंघन पर बनाए चालान
सिटी बसें कहीं भी खड़ी होकर यात्रियों को बैठाती है। शहर में ट्रैफिक जाम का यह बड़ा कारण है। इसे देखते हुए सिटी बस स्टॉप के लिए मार्किंग की गई है, ताकि बसें वहीं खड़ी रहें। यह और बात है कि चालक इसका पालन नहीं कर रहे हैं। खत्री के मुताबिक, सिटी बसें सड़क पर कहीं भी खड़ी होती हैं, जिससे परेशानी होती है। बस स्टॉप की मार्किंग कराई है, लेकिन कई चालक इसका पालन नहीं करते हैं। कई बसों के पुलिस ने चालान भी बनाए हैं। कंपनी को इसकी जानकारी भी दी है कि वे संबंधित चालक पर कार्रवाई करें। इसके बाद भी नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।
Published on:
30 Aug 2024 12:06 pm
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