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हरिद्वार में इंदौर की जमीन पर हो रहा अवैध निर्माण

इंदौर से गए दल ने दर्ज कराई आपत्ति, नक्शा होगा निरस्त, स्थानीय निकाय ने निर्माण कार्य पर लगाई रोक

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इंदौर

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Amit Mandloi

Apr 20, 2018

indore revenue news

इंदौर. हरिद्वार में खासगी ट्रस्ट की जमीन पर निर्माण के लिए फर्जी तरीके से नक्शा पास हो गया और निर्माण भी शुरू हो गया। शिकायत मिलने पर इंदौर से प्रशासन का एक दल हरिद्वार पहुंचा। जहां निर्माण पाए जाने पर स्थानीय निकाय के अधिकारियों के समक्ष पूरा मामला संज्ञान में लाकर निर्माण पर रोक लगाए जाने के साथ ही नक्शा निरस्त किए जाने की मांग की गई। स्थानीय प्रशासन ने मामले में संबंधित पक्ष को सुनवाई का मौका दिया है। एक दो दिन में सुनवाई कर आगे की कार्रवाई होगी। हालाकि निर्माण पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
दरअसल, देवी अहिल्या होल्कर चेरिटेबल ट्रस्ट की संपत्ति देशभर में फैली है। साल २०१२-१३ में उच्च स्तर पर अफसरों के पास जानकारी पहुंची कि ट्रस्ट की संपत्तियों की खरीदी फरोख्त हो रही है। तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी खुद हरिद्वार जांच के लिए गए थे। जांच में सामने आया कि ट्रस्ट की संपत्ति जो हरिद्वार में हर की पौड़ी में स्थित धर्मशाला और कुशावर्त घाट की संपत्ति की खरीदी बिक्री हो गई है। हरिद्वार के अनिरूद्ध सिखोला एवं उनके परिजनों ने जमीन की खरीदी कर ली थी। चूंकि यह संपत्ति खासगी ट्रस्टी की थी, उन्होंने इस खरीदी बिक्री पर रोक लगवाई। हालांकि बाद में मामला कोर्ट पहुंचा। फिलहाल नैनिताल हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन है।

चोरी-चोरी हो रहा था निर्माण
इधर, संभागायुक्त संजय दुबे तक पहुंची शिकायत के बाद कलेक्टर निशांत वरवडे ने एसडीएम बिहारी सिंह को हरिद्वार भेजा। यहां उन्हें निर्माण कार्य होते ही नहीं दिखा। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें हरि की पौड़ी यानी धर्मशाला में निर्माण की जानकारी मिली। एसडीएम सिंह ने निर्माण की फोटोग्राफी के साथ ही वीडियोग्राफी भी की। उन्होंने देखा कि निर्माण के लिए बकायदा धर्मशाला को ढंका गया था, जिससे किसी की नजर में न आए। उन्हें पता चला कि नक्शा पास करवाकर दो मंजिला निर्माण तक कर लिया गया है।

स्थानीय अफसरों से की शिकायत
अवैध निर्माण की जानकारी और साक्ष्य जुटाकर श्री सिंह स्थानीय निगामायुक्त नितिन भदौरिया को आपत्ति दर्ज कराते हुए नक्शे निरस्त कर निर्माण पर रोक लगाए की मांग की। उन्होंने बताया उक्त संपत्ति मप्र शासन की है और उक्त संपत्तियों पर कतिपय व्यक्तियों द्वारा गलत जानकारी देकर नक्शा मंजूर करा लिया, जब वे उक्त संपत्ति के भूस्वामी नहीं हैं।

जिसके बाद अधिकारियों ने तत्काल निर्माण पर रोक लगा दी।
२० हजार वर्गफीट जमीन-

सिंह ने बताया कि कुशावर्त घाट और धर्मशाला की जमीन का एरिया तकरीबन २० हजार वर्गफीट है। वहां पर धर्मशाला में १२ दुकान के साथ ही एक होटल चल रही है। जिसका किराया लाखों रुपए आ रहा है, जो पंडि़तों के पास जाता है। हालाकि तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने उक्त संपत्तियों के राजस्व रिकार्ड में मप्र शासन की संपत्ति के रूप में दर्ज करा दी थी।
इनका कहना है-

निर्माण पर तत्काल रोक लगा दी गई है। नक्शा निरस्त किया जा रहा है, संबंधित का पक्ष सुना जा रहा है। एक दो दिन में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नितिन भदौरिया

निगमायुक्त, हरिद्वार


फोटो - जे
इंदौर.

मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा में हो रही गड़बडिय़ां और घोटाले उजागर करने के लिए गुरुवार को इंदौर से संवाद क्रांति यात्रा की शुरुआत हुई। यात्रा 180 दिनों में प्रदेश के सभी 51 जिला मुख्यालयों पर पहुंचकर युवाओं और प्रोफेसर्स (शिक्षकों) से संवाद करेगी। घोटालों के प्रमाण भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
यात्रा की औपचारिक शुरुआत प्रीतमलाल दुआ सभागृह में प्रदेश में शिक्षा की स्थिति पर परिचर्चा के साथ हुई। यात्रा संयोजक आरटीआई एक्टिविस्ट पंकज प्रजापति ने कहा, बीते 9 वर्षों से उच्च शिक्षा में हो रहे घोटालों को मैंने आरटीआई व अन्य तरीकों से उजागर किया, लेकिन शासन और सरकारी तंत्र भ्रष्टाचारियों को बचा रहा है। पीएससी की नियुक्तियां, क्रॉस कैडर प्रमोशन, कुलपति चयन, छात्रवृत्ति जैसे तमाम घोटाले उदाहरण हैं। सरकार कोर्ट को भी गलत जानकारी दे रही है। यात्रा के माध्यम से प्रदेश के युवाओं के बीच घोटाले के प्रमाण पेश कर उनमें क्रांति की चेतना जगाई जाएगी। मनमानी कर रहे निजी स्कूल माफियाओं के खिलाफ लोगों से संवाद कर उन्हें सिस्टम में बदलाव की क्रांति के लिए तैयार किया जाएगा। परिचर्चा में पूर्व कुलपति डॉ. भरत छापरवाल, स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के हेड प्रो. पीएन मिश्रा, पूर्व कुलसचिव आरडी मूसलगांवकर, प्रो. रमेश मंगल ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, संवाद से बदलाव की क्रांति भी होगी। युवा सचेत हुए तो भ्रष्टाचारियों का संरक्षण संभव नहीं है। परिचर्चा का स्वागत वक्तव्य हाई कोर्ट के अधिवक्ता अंशुमान श्रीवास्तव, अधिवक्ता विक्रम दुबे, गौरव वर्मा ने किया। कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता वैभव श्रीवास्तव, शिक्षाविद् एसएल गर्ग, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अमित पटेल, रजत पटेल, मोनिका अभिजीत शर्मा, कमल जैन, हर्ष चौहान, पंकज त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता व छात्र भी मौजूद थे। शुक्रवार को इंदौर जिले के सभी शासकीय महाविद्यालयों, डीएवीवी के टीचिंग डिपार्टमेंट खंडवा रोड पर संवाद क्रांति संवाद करेगी।

किताब से होगा खुलासा
संवाद क्रांति के साथ ही किताब का विमोचन किया। इसमें आरटीआई व अन्य माध्यमों से प्राप्त दस्तावेजों के साथ घोटालों की परतें खोली गई हैं। युवाओं के बीच इसका वितरण होगा। संवाद क्रांति के समर्थन में प्रीतमलाल दुआ सभागृह से रीगल तिराहा स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा तक मार्च कर उन्हें पुष्प अर्पण किया।