
इंदौर. 525 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले इंदौर में 3783 किलोमीटर सड़कें हैं और इसके करीब 27 प्रतिशत हिस्से (1042 किमी) में फुटपाथ है। यह और बात है कि करीब 1000 किमी के फुटपाथ पर दुकानें, सर्विस सेंटर, अवैध पार्किंग है। हर 10 कदम पर एक दुकान बनी है। हालात यह है कि कई प्रमुख सड़कों पर तो फुटपाथ नजर ही नहीं आता है। यह तक पता नहीं चलता है कि यहां कभी फुटपाथ का निर्माण भी हुआ था।फुटपाथ पर दुकानों का संचालन होने से दुकानदारों और ग्राहकों के वाहन सड़कों पर पार्क होते हैं। इससे ट्रैफिक जाम होता है। राहगीरों को सड़क से गुजरने का जोखिम उठाना पड़ता है। जिम्मेदारों ने कई बार फुटपाथ से अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए, लेकिन हुआ कुछ नहीं। नो कार डे पर पैदल या साइकिल से चलने वाले शहरवासियों की मांग है कि फुटपाथ और साइकिल ट्रैक से कब्जे हटाकर अफसर जिम्मेदारी निभाएं।
पत्रिका टीम ने लिया जायजा, सरकारी दावों की खुली पोल
पत्रिका टीम ने बुधवार दोपहर करीब तीन बजे लैंटर्न चौराहे से मालवा मिल चौराहे तक का जायजा लिया। दोनों चौराहों की दूरी करीब 1900 मीटर है।यहां फुटपाथ बना हुआ है। नामी कॉलेज के हजारों विद्यार्थियों की दिनभर आवाजाही रहती है।करीब 1900 मीटर की दूरी में 30 अस्थाई दुकानें लगती हैं।शाम से रात इन दुकानों की संख्या और बढ़ जाती है। इसके अलावा 500 से अधिक दोपहिया और दो दर्जन से अधिक चार पहिया वाहन फुटपाथ पर ही पार्क थे। 6 जगह निर्माण कार्य चल रहा था और बिल्डिंग मटेरियल फुटपाथ पर ही पड़ा है।
आदर्श सड़क पर भी फुटपाथ पर कब्जा
पलासिया क्षेत्र में गिटार तिराहे से आनंद बाजार तक के करीब 700 मीटर में 7 करोड़ से आदर्श सड़क का निर्माण किया गया था।यहां फुटपाथ पर वाहन पार्क न हो, इसलिए इनकी ऊंचाई अधिक रखी थी। इन पर स्टैंड नुमा आकृति की लाइट लगाई थी, ताकि वाहनों को रोका जा सके, लेकिन फुटपाथ से सटाकर वाहन खड़े किए जा रहे हैं। कुछ दुकानदारों ने फुटपाथ पर कब्जा जमा लिया है।शहर के प्रमुख मार्ग भी बदहाल है,सरकारी दावा है कि राजबाड़ा और उसके आसपास नगर निगम की विशेष टीम लगातार कार्रवाई कर रही है।इसके बावजूद फुटपाथ कब्जा मुक्त नहीं हैं।राजबाड़ा से एमजी रोड के लिए आते वक्त फुटपाथ पर दुकानों का सामान रहता है।इसके बाद आधे फुटपाथ और सड़क पर दुकानदार और ग्राहकों के वाहन पार्क होते हैं। जरा सी बची सड़क पर हजारों वाहन दिनभर गुत्थमगुत्था होते हैं।
शहर मांगे जवाब
वायु गुणवत्ता सुधार के लिए हर महीने एक दिन नो कार डे का प्लान है। शहरवासियों का सवाल है कि साइकिल ट्रैक और पैदल चलने वालों के लिए जगह कहां है? लोग मांग कर रहे हैं कि फुटपाथ खाली कराएं, क्योंकि वे खुद पैदल चलने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
निगरानी कर रहे है
निगम आयुक्त शिवम वर्मा के मुताबिक रिमूवल की टीम लगातार काम कर रही है। हो यह रहा है कि टीम के जाने के बाद दुकानें फिर से लगा ली जाती हैं। सप्ताह में तीन दिन एसडीएम की निगरानी में कार्रवाई की जा रही है। हम अब ऐसे स्थानों को चिन्हित कर कार्रवाई तेज करेंगे, जहां कब्जे और ट्रैफिक जाम की दिक्कत ज्यादा है।
Published on:
26 Sept 2024 01:34 pm
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
