राजेंद्र नगर में बना है ऑडिटोरियम, डिजिटल म्यूजियम व अकादमी भी बनेगी
इंदौर. राजेंद्र नगर स्कीम नं. 97 में इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए ) द्वारा बनाए जा रहे ऑडिटोरियम का काम अंतिम दौर में है। आइडीए ने ऑडिटोरियम का नाम भारत रत्न लता मंगेशकर के नाम से करने का फैसला लिया है। उम्मीद थी कि उनके जन्मदिन (28 सितंबर) को इसका शुभारंभ कर दिया जाएगा, लेकिन काम पूरे नहीं होने से इसे अगले महीने तक टाला गया ।
आइडीए ने करीब 10 साल पहले ऑडिटोरियम का निर्माण शुरू किया था। अब कंसल्टेंट की देखरेख में ऑडिटोरियम के इंटीरियर का काम चल रहा है। ऑडिटोरियम की बैठक क्षमता 1200 होगी, लेकिन अभी कुर्सियांं लगाने का काम शुरू नहीं हो पाया है। ऑडिटोरियम के निर्माण में करीब 15 करोड़ और इसके सौंदर्यकरण आदि पर अलग से करीब 10 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। इंदौर गौरव दिवस के आयोजन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ऑडिटोरियम लता मंगेशकर के नाम से करने की घोषणा की थी। आइडीए चाहता था कि मुख्यमंंत्री की उपस्थिति में जन्मदिन पर ऑडिटोरियम का शुभारंभ किया जाए, लेकिन काम अधूरे होने तथा मुख्यमंंत्री का समय नहीं मिल पाने से यह संभव नहीं लग रहा है।
बजट नहीं मिला
ऑडिटोरियम का काम संस्कृति मंत्रालय को कराना था, लेकिन वहां से बजट नहीं मिलने पर आइडीए ही सारा काम करा रहा है। यहां डिजिटल म्यूजियम व म्यूजिक अकादमी खोलने की भी तैयारी है। म्यूजियम में लता मंगेशकर के इंदौर में हुए जन्म के साथ ही संगीत की पूरी यात्रा की जानकारी लोगों के सामने प्रदर्शित की जाएगी। आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा के मुताबिक, ऑडिटोरियम का काम तेजी से चल रहा है। ऑडिटोरियम वातानुकूलित रहेगा। इसके लिए प्लांट का काम पूरा नहीं होने से शुभारंभ अगले महीने किया जाएगा।