दो जिलो की पुलिस में तालमेल नहीं होने से बनी यह स्थिति
इंदौर. एक युवक को जीप सवारों द्वारा जबरजस्ती अपने साथ बैठाकर ले जाने के मामले में एरोड्रम पुलिस ने करीब अपहरण का केस दर्ज किया तो पता चला कि उसे तो सीहोर पुलिस ले गई है। धोखाधड़ी के दो केस में युवक को सीहोर पुलिस ले गई लेकिन यहां सूचना नहीं दी। बुधवारशाम युवक लापता हुआ, परिवार तलाशने के साथ ही थाने पर धरने पर बैठा तो गुरुवार दोपहर 12 बजे बाद पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर लिया।
हुजूर गंज इलाके में गमी में शामिल होने आए राकेश नरवले निवासी कमाठीपुरा को जीप में आए कुछ युवक जबरजस्ती अपने साथ ले गए। परिजन व अन्य लोगों ने इसकी शिकायत एरोड्रम थाने पर की। अपने स्तर पर इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग से जीप सवार संदेहियों के सीसीटीवी फुटेज हासिल कर पुलिस को दिए। अपने स्तर पर तलाश की लेकिन जब पता नहीं चला तो पुलिस पर कार्रवाई के लिए दबाव डाला। सुबह से बड़ी संख्या में समाज के लोग व परिजन एरोड्रम थाने पहुंच गए और कार्रवाई की मांग की। टीआइ संजय शुक्ला के मुताबिक, दोपहर में जीप सवार अज्ञात आरोपियों पर अपहरण का केस दर्ज कर लिया।
सीहोर पुलिस ले गई लेकिन स्थानीय पुलिस को नहींं दी सूचना
सीहोर के नसरुल्लागंज थाने की पुलिस टीम राकेेश के साथ ही 2-3 अन्य युवकों को भी पकडक़र ले गई लेकिन स्थानीय पुलिस अथवा कंट्रोल रूम पर सूचना नहीं दी। एरोड्रम टीआइ शुक्ला के मुताबिक, केस दर्ज होने के बाद पता चला कि राकेश को सीहोर पुलिस ले गई है लेकिन यहां किसी को सूचना नहीं दी थी। नसरुल्लागंज टीआइ श्रीमती कंचनसिंह चौहान के मुताबिक, धोखाधड़ी के मामले में राकेश को पूछताछ के लिए लाए थे, गुरुवार को उन्हें छोड़ भी दिया। टीआइ का कहना है, हमने राकेश को लाने की सूचना इंदौर पुलिस को दी थी, किसे दी वह नहां बता सकते।
डीसीपी जोन 1 अमित तोलानी के मुताबिक, राकेश को ले जाने की सूचना सीहोर पुलिस ने नहीं दी जिसके कारण अपहण का केस दर्ज हुआ। डीसीपी ने माना कि समन्वय की कमी के कारण यह स्थिति बनी।