अब तक नहीं हो पाया कैद
इंदौर। आर्मी वॉर कॉलेज परिसर में अभी भी तेंदुआ का मूवमेंट जारी है। यहां पर तीन बार कैमरे में तेंदुआ का मूवमेंट नजर आ चुका है, लेकिन वह अभी तक ङ्क्षपजरे में कैद नहीं हो पाया है। इसी परिसर में पहली बार बाघ भी नजर आया था। वन अमला यहां पर ट्रैप कैमरे लगाए जाने के साथ ही ङ्क्षपजरा लगाए रखा है।
दरअसल, आर्मी वॉर कालेज में तेंदुआ का मूवमेंट का एक सप्ताह से हो रहा है। यहां पर वन विभाग ने इसे पकडऩे के लिए ङ्क्षपजरा भी लगा रखा है, लेकिन वह अभी तक उसमें कैद नहीं हुआ है। जबकि कैमरे में तीन- चार बार नजर आ चुका है। बता दें आर्मी वॉर कॉलेज परिसर में इस साल तीन बार तेंदुआ और एक बार बाघ कॉलेज परिसर में चहल-कदमी कर चुका है। 26 अक्टूबर की रात कॉलेज परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेदुआ की मूवमेंट कैद हुई। तीन दिन से रालामंडल की रेस्क्यू टीम भी यहां डेरा जमाए हुए है। दो ङ्क्षपजरे और चार ट्रैप कैमरे लगाने के बाद भी तेंदुआ की सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है। अफसरों के अनुसार सेना की क्यूआरटी टीम, महू रेंज की टीम और रेस्क्यू टीम लगातर निगरानी कर रही है। पिछले एक सप्ताह से आर्मी वॉर कॉलेज में तेंदुआ का मूवमेंट बना हुआ है। सोमवार के बाद मंगलवार रात को भी सेना के लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुआ दिखाई दिया। जिसके बाद मंगलवार को रालामंडल की रेस्क्यू टीम ने दो ङ्क्षपजरे और चार ट्रैप कैमरे लगाए हैं। बुधवार को भी ङ्क्षपजरे में तेंदुआ कैद नहीं हुआ। न ही ट्रैप कैमरों में हलचल दिखी। अभी तीनों टीम अपने स्तर पर सर्चिंग कर रही है। महू रेंजर वैभव उपाध्याय ने बताया कि आर्मी वार कॉलेज के बड़े हिस्से में जंगल है। यहां तेंदुआ की सही लोकेशन पता कर पाना मुश्किल है। बावजूद लगातार सर्चिंग की जा रही है।