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गर्लफ्रेंड को मुंबई से लाकर देता था ‘उत्तेजना’ जगाने वाला ड्रग्स, फिर वो करती थी ऐसा ‘गंदा’ काम…

अफ्रीकन मूल के लोगों से खरीदता था मैथाड्रोन, नारकोटिक्स ने पकड़ा पहले पकड़ाई जा चुकी युवती से कुबूले प्रेम संबंध युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है इसका सेवन बार-पब में आसानी से करवा रहे उपलब्ध

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इंदौर

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Hussain Ali

Sep 19, 2019

गर्लफ्रेंड को मुंबई से लाकर देता था ‘उत्तेजना’ जगाने वाला ड्रग्स, फिर वो करती थी ऐसा ‘गंदा’ काम...

गर्लफ्रेंड को मुंबई से लाकर देता था ‘उत्तेजना’ जगाने वाला ड्रग्स, फिर वो करती थी ऐसा ‘गंदा’ काम...

इंदौर. मुंबई से प्रतिबंधित ड्रग्स मैथाड्रोन (एमडी) लाकर गर्लफ्रेंड को देने वाले आरोपी को नारकोटिक्स ( narcotics department ) ने धरदबोचा है। उसने मामले में पहले विभाग द्वारा पकड़ी गई महिला से प्रेम संबंध कुबूल किए हैं। इसी के चलते वह ड्रग्स लाकर देता था। मुंबई में रेलवे स्टेशन के पास अफ्रीकन मूल के लोगों से ड्रग्स ( drugs ) लाता था। विशेषज्ञों के मुताबिक एमडी ड्रग्स का इस्तेमाल उत्तेजना बढ़ाने वाले नशे के रूप में किया जाता है। युवाओं में इसका तेजी से बढ़ रहा है, जो पब और बार में उपलब्ध करवा दिया जाता है। एमडी का इस्तेमाल मुंबई में होने वाली रेव पार्टियों में बड़े स्तर पर किया जाता है। कई बालीवुड व टीवी इंडस्ट्री के कलाकार भी इसके आदी है।

नारकोटिक्स विभाग ने मैथाड्रोन के साथ एक युवती व आशुतोष बौरासी को गिरफ्तार किया था। दोनों जेल में हैं। एएसपी नारकोटिक्स दिलीप सोनी ने बताया कि मामले में मो. साजिद पिता अब्दुल रशीद (42) निवासी सिकंदराबाद कॉलोनी को गिरफ्तार किया। वह युवती को मुंबई से ड्रग्स लाकर देता था। साजिद ने टीआइ अशोक श्रीवास्तव व टीम को पूछताछ में बताया कि वह 4 साल से युवती को जानता है। वह सिकंदराबाद कॉलोनी में उसके घर के पास ही रहती थी।

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वहां अजीम से शादी के बाद उसने नाम बदल लिया। साजिद का कहना है, उसके भी उससे प्रेम संबंध थे। युवती की हरकतों के चलते मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया तो यहां से जाना पड़ा। वह स्पेयर टायर का व्यापार करता है। इसी सिलसिले में मुंबई आना-जाना रहता है। युवती से संपर्क के बाद नीरज ठाकुर से पहचान हुई। नीरज के यहां मुंबई निवासी अमान ये ड्रग्स लेकर आता है। उससे पता चला तो साजिद भी ड्रग्स लाने लगा। मुंबई में रेलवे स्टेशन के पास अफ्रीकन मूल के विदेशियों से एक हजार रुपए में एक ग्राम ड्रग्स मिलता, जिसे वह युवती को 3 हजार रुपए प्रति ग्राम बेचता था।

इनसे भी खरीदती थी ड्रग्स

जांच में पता चला, युवती नीरज व गोल्डी निवासी मूसाखेड़ी से भी ड्रग्स खरीदती रही। इन्हें पब, स्कूल-कॉलेज के छात्रों, इवेंट में आने वाले युवाओं को बेचना शुरू किया। नीरज के पकड़ाने पर अमान की जानकारी मिलेगी। उसके द्वारा संचालित देह व्यापार का भी पर्दाफाश होगा। गुरुवार को साजिद को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।

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पब में काम करते-करते बढ़ाया संपर्क

पुलिस को पता चला कि युवती पहले एबी रोड के एक पब में काम करती थी। वहां भी युवाओं को ड्रग्स उपलब्ध कराती थी। काम करने के दौरान उसका युवक-युवतियों से संपर्क बढ़ गया। वह पब की नौकरी छोड़ तस्करी करने वाले अन्य आरोपियों के साथ मिलकर युवाओं को ड्रग्स का सप्लाय करने लगी। 1 ग्राम एमडी की पुडिय़ा दो हजार से तीन हजार रुपए में बेची जा रही थी। मुुंबई से लगातार इंदौर में इसका सप्लाय हो रहा है।

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एक्सपर्ट व्यू : नर्व सिस्टम को कमजोर करती है मैथाडोन

सर्जन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि मैथाडोन का इस्तेमाल कैंसर और सर्जरी के बाद दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। मैथाडोन, मॉर्फिन, कोडेन, फेंटाइनाइल आदि नारकोटिक्स की श्रेणी में आते हैं। नारकॉटिक्स पाउडर, टैबलेट और इंजेक्शन के रूप में आते हैं। ये दिमाग व आसपास के टिशू को उत्तेजित करते हैं। नशे के तौर पर इनका इस्तेमाल करने पर युवा इसके आदी हो जाते हैं। मैथाडोन दिमाग पर असर करती है इससे नर्वस सिस्टम कमजोर हो जाता है।

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इनके इस्तेमाल से दर्द व दूसरी समस्याएं जड़ से खत्म नहीं होतीं, बस थोड़े समय के लिए राहत मिलती है। लत लगने पर शरीर बिना ड्रग्स के सामान्य प्रतिक्रियाएं करना बंद कर देता है। ऐसे में नशा पाने के लिए युवा किसी भी हद को पार करने लगते हैं। सोच पाने की क्षमता कम होने पर अक्सर इस्तेमाल किया हुआ इंजेक्शन लगाया जाता है। इससे संक्रमण का खतरा रहता है।