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एमपी में कोरोना ब्लास्ट, बढ़ गई संख्या, एक दिन में मिले इतने मरीज

MP News: मध्यप्रदेश में कोरोना के मरीजों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।

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एमपी में बढ़े कोरोना के मामले। फोटो- एआई

MP News: मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इंदौर में बुधवार को सात नए मरीजों के मिलने से हड़कंप मच गया। अब तक इंदौर में कुल 33 केस हो गए हैं। इनमें से 25 मरीज इंदौर के हैं। बाकी 8 मरीज दूसरे जिलों के हैं। ज्यादातर मरीजों में सर्दी-खांसी के लक्षण देखे गए हैं।

सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया नए संक्रमितों में 43 वर्षीय महिला मथुरा से लौटी है। 48 वर्षीय महिला बद्रीनाथ से, 69 वर्षीय महिला केरल से, 36 वर्षीय पुरुष रायपुर से और 29 वर्षीय पुरुष ओडिशा से लौटे हैं। दो मरीजों का कोई यात्रा इतिहास नहीं है। अधिकांश मरीजों में हल्के लक्षण हैं और ये निजी लैब में टेस्ट कराकर होम आइसोलेशन में उपचार ले रहे हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग जारी है और केवल लक्षण वाले व्यक्तियों के ही सैंपल लिए जा रहे हैं। टीम उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर नजर बनाए हुए है। वैरिएंट की पहचान के लिए सैंपल भोपाल भेजे गए हैं।

15 मरीज हुए ठीक


स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इंदौर में अभी तक 33 मामले रिपोर्ट हुए हैं। जिसमें 15 मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के बाद होम आइसोलेशन से छुट्टी दी जा चुकी है। गाइडलाइन के मुताबिक, जो मरीज सात दिन तक होम आइसोलेशन में रहते हैं और लगातार तीन दिन तक बुखार नहीं आता। वह डिस्टार्ज माने जाते हैं।

ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट मिले


स्वास्थ्य विभाग ने मई में मिले मरीजों की जांच रिपोर्ट एमजीएम मेडिकल कॉलेज के माध्यम से पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजी थी। इन मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट मिली है। इसमें कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट की नई उप-शाखाएं (सब-लाइनिज) पाई गई हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज को मिली रिपोर्ट के अनुसार अनुसार पांच मरीजों में एक्सएफजी लाइनिज और दो में एलएफ.7.9 लाइनिज की पुष्टि हुई है। दोनों सब-लाइनिज ओमिक्रॉन (बीए.2) परिवार की हैं।


अस्पतालों में कोरोना के लिए 14 हजार बेड की व्यवस्था


कोरोना की तीसरी लहर के दौरान जो व्यवस्थाएं थी, उसके अनुसार इंदौर के अलग-अलग अस्पतालों में 14 हजार बेड की व्यवस्था है। इसमें 6000 बेड ऑक्सीजन वाले हैं। आइसीयू बेड 2700 अलग अलग अस्पतालों में हैं। लगभग 45 के आसपास ऑक्सीजन प्लांट हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इसमें से 40 चालू अवस्था में हैं।