7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

72 करोड़ में बनेगी एमआर-11 सडक, थीम @ ग्रीन

72 करोड़ में बनेगी एमआर-11 सडक, थीम @ ग्रीन

2 min read
Google source verification

भारी वाहन देवास नाका से सीधे जा सकेंगे बायपास, अंडर ग्राउंड रहेंगे बिजली के तार

सालों बाद आइडीए ने एबी रोड को बायपास से जोड़ने वाली मास्टर प्लान की सड़क एमआर-11 का निर्माण शुरू किया है। करीब साढ़े 3 किमी की सड़क बनाने में 73 करोड़ रुपए खर्च होंगे। दावा है कि ग्रीन थीम पर सड़क निर्माण होगा। डिवाइडर के साथ आसपास के इलाके में हरियाली नजर आएगी। बिजली के तार भी अंडर ग्राउंड रहेंगे।

देवास नाका पर ट्रांसपोर्ट नगर होने से भारी वाहनोंं की आवाजाही रहती है। ये भारी वाहन बायपास से एमआर-10 के जरिए शहर की सीमा में आते हैं, जिससे एमआर-10 और रिंग रोड पर यातायात का दबाव बढ़ जाता है। कई बार बड़े एक्सीडेंट भी हुए हैं। आइडीए ने सालोंं पहले एमआर-11 बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया। आइडीए की बोर्ड बैठक में फैसला होने के बाद टेंडर निकालकर फर्म को काम सौंप दिया है। बायपास की ओर सेे एमआर-11 को बनाने का काम शुरू हो गया है।

--------------

एक किमी हिस्से में अतिक्रमण

एबी रोड देवास नाका के ट्रांसपोर्ट नगर वाले हिस्से को सीधे बायपास से जोड़ने के लिए एमआर-11 बनाई जा रही है। इस सड़क के आसपास के हिस्से में ट्रांसपोर्ट हब रहेगा, जिससे रिंग रोड व एमआर-10 पर हैवी वाहनों का दबाव कम होगा। सड़क करीब साढ़े 3 किलोमीटर की है, लेकिन एबी रोड से लगे करीब एक किलोमीटर के हिस्से में कई अतिक्रमण हैं, जिसे हटाने के लिए नगर निगम को कहा है। इस कारण अभी बायपास की ओर से काम शुरू हुआ है।

--------------

सिक्स लेन सड़क, साइकिल ट्रैक भी

आइडीए को इस सड़क निर्माण के लिए राज्य व केंद्र सरकार से सहायता के रूप में करीब 73 करोड़ रुपए मिले हैं। आइडीए सीईओ आरपी अहिरवार के मुताबिक, सड़क की चौड़ाई 45 मीटर रहेगी। सड़क को ग्रीन थीम पर बनाया जा रहा है। सड़क के दोनों ओर बड़ेपेड़ रहेंगे। डिवाइडर पर भी बड़े पौधे लगाए जाएंगे। साइकिल ट्रैक रहेगा। माॅर्निंग-इवनिंग वॉक करने वालों की अलग व्यवस्था रहेगी। सड़क के दोनों ओर फुटपाथ व आकर्षक लाइटिंग होगी। स्टॉर्म वाटर, ड्रेनेज व पानी की लाइन रहेगी, ताकि बार-बार सड़क न खोदना पड़े।