
शहर में डॉग्स के रजिस्ट्रेशन, टीकाकरण को लेकर अवेयरनेस नहीं
इंदौर. शहर में डॉग्स खासकर ब्रीड्स डॉग्स की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। अगर हम पालतू डॉग्स की बात करें, तो घर की जगह के हिसाब से लोग यह तय करते हैं कि उन्हें किस ब्रीड का डॉग पालना है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर डॉग ऑनर फ्लैट्स में रहते हैं, तो उनकी पहली पसंद पोमेरेनियन, लासा, बीगल होते हैं। वहीं बड़े घरों मे सिक्योरिटी के लिहाज से लोग जर्मन शेफर्ड, लेब्राडोर रेटरिएवर, रोटबेइलर, ग्रेट डेन को पालना ज्यादा पसंद करते हैं। शासकीय पशु चिकित्सालय, जीपीओ इंदौर के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. प्रशांत तिवारी के अनुसार, अगर किसी डॉग को रजिस्टर्ड कराना है, तो उसके लिए उसका टीकाकरण होना जरूरी है। शहर में ज्यादातर पालतू डॉग्स एेसे हैं, जिनका लोग समय पर टीकाकरण ही नहीं कराते और यह अवेयरनेस की कमी के कारण है। शहर में करीब 20 हजार डॉग्स पालतू हैं और करीब 2 हजार ही रजिस्टर्ड हैं। उनका कहना है, अगर नगर निगम लोगों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाए, तो डॉग रजिस्ट्रेशन को बढ़ाया जा सकता है।
लॉकडाउन के बाद मांग में तीन गुना वृद्धि
पैट शॉप ऑनर एंड ब्रीडर एसोसिएशन के अध्यक्ष मुफज्जल अमझेरावाला के अनुसार लॉकडाउन के दौरान घरों में ही रहे जिन लोगों को अकेलापन महसूस हुआ वे अब डॉग्स पालने में रुचि ले रहे हैं। इससे इनकी मांग में तीन गुना इजाफा हो गया। पहले एक साथ 20-22 डॉग्स दूसरे शहरेां से लाते थे, लेकिन अब पैट क्रुएलिटी एक्ट के प्रति ब्रीडर व सप्लायर्स जागरूक होने से अब बाहर से डॉग्स लाना कम हो गया है, इसलिए डॉग्स की कीमत तेजी से बढ़ी है।
Published on:
11 Feb 2021 05:29 pm
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