अच्छा प्रदर्शन करने वालों को राज्य स्तर पर मिलेगा पुरस्कार, 19 को होगी परीक्षा
इंदौर। प्रदेश में पहली बार सरकारी स्कूलों के माध्यमिक-प्राथमिक कक्षा के बच्चों की दक्षता को जांचने के लिए एक साथ चार विषयों की ओलंपियाड परीक्षा होने जा रही है। कक्षा दूसरी से आठवीं तक के बच्चों की हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान और गणित की दक्षता का इम्तिहान 49 केंद्रों पर लिया जाएगा। इसमें करीब 10 हजार 600 बच्चे शामिल होंगे।
डीपीसी अक्षय सिंह राठौड़ ने बताया कि 19 जनवरी को कक्षा 2 और 3, 4 और 5 वहीं 6 से 8 तक के पेपर अलग-अलग होंगे। प्रश्न-पत्र भोपाल से आएंगे। बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर ओएमआर शीट पर देने होंगे। 49 जनशिक्षा केंद्र यानी संकुल पर 10 हजार 600 बच्चे परीक्षा देंगे। एक दिनी परीक्षा का समय प्राइमरी के लिए सुबह 10.30 से 12.30 और माध्यमिक के लिए सुबह 10.30 से 1 बजे तक रखा गया है। राठौड़ ने बताया कि सोमवार को मालव कन्या विद्यालय में सभी जनशिक्षा केंद्रों के प्रभारियों और अन्य शिक्षकों की बैठक की गई।
ये है ओलंपियाड परीक्षा
ओलंपियाड एक ऐसी परीक्षा है जिसमें स्कूल के बच्चे शामिल होते हैं। इससे कक्षा दूसरी से आठवीं तक के बच्चों का गणित, विज्ञान, कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और इंग्लिश जैसे सब्जेक्ट को दक्षता जांची जाती है। यह परीक्षा छात्रों के समझने-सीखने का मूल्यांकन करती है। छात्रों को उनके साइंटिफिक रीजनिंग तथा लॉजिकल एबिलिटी के आधार पर जज किया जाता है ताकि आगे की पढ़ाई की रणनीति और सिलैबस को निर्धारित करने में सहायक होती है।
राज्य स्तर पर मिलेगा सम्मान
परीक्षा का आयोजन स्कूल स्तर से लेकर जिले से होता हुआ राज्य स्तर तक होगा। इसमें अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को शिक्षा विभाग सम्मानित करेगा। छात्रों को परीक्षा केंद्र तक लाने ले-जाने की जिम्मेदारी स्कूल जनशिक्षक और हेडमास्टर की रहेगी। विभाग इसके लिए प्रतिछात्र 50 रुपए की राशि भी देगा।