scriptएक प्रत्याशी निकला ‘रणछोड़’ | One candidate turned out to be 'Ranchod' | Patrika News

एक प्रत्याशी निकला ‘रणछोड़’

locationइंदौरPublished: Aug 01, 2022 11:29:42 am

Submitted by:

Lokendra Chouhan

– मौजूदा काबिजों की दबाव-प्रभाव वाली राजनीति हुई सफल- विरोधी पैनल को पहले ही थी आशंका, सामने किया दूसरा नाम

एक प्रत्याशी निकला 'रणछोड़'

एक प्रत्याशी निकला ‘रणछोड़’

इंदौर. सिंधु सहकारी साख संस्था के चुनाव अब पूरे शबाब पर हैं। कल नाम वापसी का आखरी दिन था, जिसमें जय झूलेलाल प्रगति पैनल का एक प्रत्याशी रणछोड़ साबित हो गया। मौजूदा संचालक मंडल ने उस पर खासा दबाव बनाया था, इस बात की भनक पैनल को पहले से हो गई थी। इसके चलते उन्होंने तीन अतिरिक्त लोगों के नाम भरवाए थे।

चार हजार के करीब सदस्यों वाली सिंधी समाज की प्रतिष्ठित सिंधु सहकारी बैंक का चुनाव 7 अगस्त को होने जा रहा है। हालांकि 3200 के करीब सदस्य अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे। इसको लेकर सांसद शंकर लालवानी के भाई प्रकाश लालवानी के नेतृत्व और वर्तमान में काबिज जय झूलेला पैनल एक बार फिर अपने पुराने संचालकों के साथ मैदान में है, जिसमें गोविंद पठेजा टीम में नए हैं।

इधर, विरोध में अनिल फतेहचंदानी व अशोक खुबानी की जय झूलेलाल प्रगति पैनल मैदान में डटकर मुकाबला कर रही है। कल नाम वापसी की आखरी तारीख थी, जिसमें प्रगति पैनल के हरीश भाटिया रणछोड़ साबित हुए। उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया, जिसका अंदेशा पहले से पैनल को था। इसके चलते गोविंद रुपानी को नया संचालक पद प्रत्याशी घोषित कर दिया। पैनल को भनक लग गई थी कि लालवानी की पैनल उनके कई प्रत्याशियों पर दबाव बना रही है कि वे नाम वापस ले लें। एक तरह से चुनाव से पहले ही वे उन्हें हराना चाहते थे लेकिन एकमात्र प्रत्याशी कमजोर साबित हुआ। आधा दर्जन से अधिक प्रत्याशियों ने साफ मनाकर करारा जवाब दिया। तीन अतिरिक्त लोगों के फॉर्म भरवाए गए थे। अब कुल मिलाकर 26 प्रत्याशी रह गए हैं, जिसमें दोनों पैनल के 11-11 पुरुष और 2-2 महिलाएं हैं।

चालीहा से चमकाई राजनीति
सिंधी समाज में इन दिनों चालीहा महोत्सव चल रहा है, जिसके चलते कल प्रगति पैनल ने बहराणा साहेब का कार्यक्रम रखा था। बड़ी संख्या में आयोजन में लोग शामिल हुए, जिसमें वरिष्ठ समाजसेवी किशोर कोडवानी ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी। कहना था कि संस्था के वर्तमान संचालकों ने संस्था को कितना पीछे किया है, जिसका लेखा-जोखा आपके सामने है। ऐसा ही चलता रहा तो संस्था का भविष्य क्या होगा, ये चिंता का विषय है। बहुत सोच-समझकर फैसला करना। शहर में कुछ सहकारी बैंक डूबी हैं, इसलिए बहुत सोच-समझकर वोट देना। संचालन फतेहचन्दनी ने किया। अशोक खुबानी, पंकज वाधवानी , ललित पारानी और अमला शर्मा सहित सभी प्रत्याशी शामिल होने वाले की अगवानी करते नजर आए।
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