
bhairav kund
इंदौर. बारिश का मौसम नेचर लवर्स और ट्रैकर्स को बहुत आकर्षित करता है। इस बार बारिश जरा देर से आई पर पिछले एक सप्ताह से अच्छा पानी बरसा है और इस मौसम का आनंद लेने के लिए ट्रैकर्स निकल पड़े हैं शहर के आसपास के प्राकृतिक स्थलों की ओर। इस बार यूथ होस्टल के मेंबर्स ने भैरव कुंड में ट्रैकिंग की। नेमावर रोड पर शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर ये जगह बेहद खूबसूरत है और यहां एक बार आने वाला बार-बार आना चाहेगा।
भैरव कुंड तक पहुंचने से पहले करीब 10 किलोमीटर के घने जंगल से गुजरना होता है। बारिश से धुल कर निखर गए वृक्षों की हरियाली मन मोह लेती है। दूर-दूर तक बस हरियाली नजर आती है। घने जंगल के बीच करीब दो किलोमीटर चढ़ाई है और फिर आता है ये खूबसूरत झरना। ये झरना चार स्टेप में नीचे गिरता है। झरने की कुल ऊंचाई करीब 150 फीट है। मुख्य झरने के नीचे करीब 20 फीट गहरा कुंड है। भैरव कुंड के आसपास हमने दो झरने और खोजे। ये झरने भी बेहद मोहक हैं।
यहां पहुंचने के बाद प्रकृति के नजदीक होने का अहसास होता है जो आपका मन प्रफुल्लित कर देता है। पहाडि़यों पर बिछी हरियाली की चादर, पेड़ों के पत्तों में चमक और ऊंचाई से गिरते पानी की आवाज शहर की सारी भागमभाग और रेलमपेल को भुला देती है और एक सुकूनभरी दुनिया में ले जाती है।
कुछ बातों का रखें ध्यान
भैरव कुंड घने जंगल में है, इसलिए बिना लोकल गाइडेंस के न जाएं, अन्यथा रास्ता भटक सकते हैं। इसलिए सही जगह पहुंचने के लिए पास के गांव के लोगों की मदद लें। ग्रुप में जाएं तो बेहतर होगा। यहां खाने-पीने का कोई सामान नहीं मिलेगा, इसलिए खाना और पानी साथ लेकर जाएं। अगर आप अनुभवी ट्रैकर नहंी हैं तो खाई में कतई न उतरें। झरने का लुत्फ दूर से ही लें।
Published on:
31 Aug 2017 11:52 am
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