10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

परमिट मिला नहीं और प्रधानमंत्री मोदी ने इन बसों को दिखा दी हरी झंडी

बिना परमिट बनवाए ही प्रधानमंत्री मोदी से दिखवा ली सूत्र सेवा को हरी झंडी

2 min read
Google source verification
narendra modi file photo

narendra modi file photo

इंदौर. प्रदेश में नगरीय प्रशासन व आवास विभाग द्वारा लोक व यात्री परिवहन को मिलाकर शुरू की गई सूत्र सेवा परमिट की आपत्तियों में उलझती नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गत २३ जून को इंदौर में हरी झंडी दिखा कर शुरू की गई इस सेवा के लिए अब तक 60 बसें ही शुरू हो सकी हंै। इनमें करीब 40 बसे इंट्रा सिटी चल रही हैं। 20 बसें उपमहानगरीय बसों के स्तर पर परमिट के आधार पर शुरू हो सकी है। लंबी दूरी के शहरों के लिए अभी परमिट नहीं मिलने से बसें खड़ी है। वहीं, एआईसीटीएसएल का कहना है, चरणबद्ध तरीके से इनकी शुरुआत होगी। आरटीओ से आसपास व दूरस्थ शहरों के लिए 130 परमिट की मांग की गई है, लेकिन अभी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। इसमें ही दो से तीन माह का समय लग सकता है। जानकारों का कहना है, दोनों विभाग के अफसरों के बीच आपसी तालमेल नहीं होने से मामला उलझ सकता है।

दरअसल, अमृत योजना के तहत लोक परिवहन को मजबूत करने और शहरों में सिटी बसें चलाने की योजना बनाई गई। अफसरों ने इसे सफल बनाने के लिए लोक व यात्री परिवहन को जोड़ते हुए वीजीएफ मॉडल तैयार किया और सिटी बसों के रूट्स के साथ बाहरी शहरों में बसे चलाने के लिए रूट्स तैयार किए। इनमें एेसे शहर चुनें, जहां बस सुविधा सीमित है। पूरे प्रदेश के लिए हब एंड स्पोक्स मॉडल के आधार पर क्लस्टर बनाएं गए हैं। इनके आधार पर ऑपरेटर्स से निविदाएं बुलाई गई, प्रदेश में करीब ७०० बसों के लिए ऑपरेटर्स तैयार है। करीब 1600 बसों का संचालन होना है। प्रधानमंत्री से बस सेवा का शुभारंभ करवा लिया गया। इसके बाद 20 जिलों में गठित स्पेशल परपज व्हेकल और सिटी बस संचालन कंपनियों द्वारा तय रूट्स पर आरटीओ से परमिट लेने की कवायद शुरू की गई।

90 आवेदनों पर सुनवाई शुरू
बताया जा रहा है, इन परमिट को जारी करने से पहले आरटीओ में काफी समय से लंबित पड़े ९० आवेदनों पर सुनवाई शुरू कर दी, जिससे सूत्र सेवा के रूट्स पर परमिट जारी करने से पहले निजी ऑपरेटर्स को परमिट दिए जा सकें। इन बसों के लिए मिले आवेदनों को भी फिलहाल विचाराधीन कर दिए गए, जबकि इंदौर मंे तो बसें बन कर तैयार हो गई है। 100 बस का पहला लाट लगभग पूरा हो चुका है। 260 बसों का संचालन होना है, इनमें करीब 160 बसें इंट्रा व उपनगरीय सेवा के रूप में चलेगी। 100 बसों का संचालन इंटर सिटी होगा। एआईसीटीएसल के अनुसार आरटीओ से परमिट मांगे है। सेवा का संचालन चरणबद्ध होगा। अभी 60 बसें शुरू की हैं। 100 जल्द ही शुरू होंगी।