इंदौर

अभी ट्राॅली से ट्रायल, 5 सितंबर को ट्रैक पर कोच दौड़ते देख सकेंगे आप

पत्रिका लाइव: सवा चार किमी हिस्से में बिछी पटरी, इलेक्ट्रिफिकेशन की तीसरी पटरी भी साथ, स्टेशन भी बनने की ओर    

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Aug 07, 2023
अभी ट्राॅली से ट्रायल, 5 सितंबर को ट्रैक पर कोच दौड़ते देख सकेंगे आप

प्रमोद मिश्रा

इंदौर. आपको जल्द ही मेट्रो ट्रेन के कोच पटरी पर दौड़ते नजर आएंगे। दरअसल, मेट्रो ट्रेन की पटरी डालने का काम तेजी से चल रहा है। गांधी नगर डिपो में पटरी डालने का काम लगभग पूरा हो गया है। ट्रैक पर सवा 4 किमी पटरी बिछाई जा चुकी है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिफिकेशन की तीसरी पटरी भी बिछ गई है। अभी इंजीनियर्स की टीम ट्राॅली के जरिए ट्रायल कर आगे बढ़ रही है। इसी माह मेट्रो कोच आ जाएगा। 5 सितंबर को मेट्रो कोच के साथ ट्रायल की तैयारी है। ट्रैक के साथ ही 4 मेट्रो स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है। एक स्टेशन का मूल स्वरूप भी दिखने लगा है।

मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अफसरों की देख-रेख में मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है। गांधीनगर डिपो में पटरी बिछाने का काम पूरा हो गया है। गांधीनगर से 5.9 किमी हिस्से में पटरी बिछाने का काम भी तेज है। सवा 4 किमी हिस्से में पटरी बिछाई जा चुकी है। पत्रिका टीम को इंजीनियर्स ने बताया, किसी भी स्थिति में 25 अगस्त तक पटरी बिछा देंगे। इसके पहले भोपाल से रेलवे कोच आ जाएगा, जिसे गांंधीनगर डिपो में रखा जाएगा। डिपो से ट्रैक तक पटरी बिछाने का काम पूरा हो गया है। कोच को वहां से ट्रैक पर लाकर टेस्टिंग की जाएगी। इसके पहले रेलवे की तकनीकी टीम भी दौरा कर ट्रैक को चेक करेगी। लोड टेस्टिंग का एक दौर पूरा हो चुका है, जिसमें क्लीन चिट मिल गई है।................

ट्रैक के साथ ही इलेक्ट्रिफिकेशन पटरी भी

मेट्रो ट्रेन की पटरी के ट्रैक के साथ ही तीसरा ट्रैक का भी काम चल रहा है। आमतौर पर ट्रेन बिजली से चलती है तो ऊपर से इलेक्ट्रिक लाइन डाली जाती है, लेकिन मेट्रो में पटरी के साथ ही बिजली की लाइन जा रही है, जिसे तीसरा रेल ट्रैक कहा जाता है। जितने हिस्से में पटरी लग गई है, उतने में इलेक्ट्रिक लाइन डल गई है। पीलर के साथ अर्थिंग है, जो रेलवे ट्रैक की इलेक्ट्रिक लाइन को मिल जाएगा।

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इस तरह होगा स्टेशनदूसरे फ्लोर पर प्लेटफॉर्म, लिफ्ट व एक्सेलेटर

सुपर कॉरिडोर पर 4 स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है। एक स्टेशन में तो फ्लोरिंग का काम शुरू हो गया है। ऊपरी हिस्से पर शेड रहेगा, इस पर सोलर पेनल लगाने की तैयारी है। इंजीनियर के मुताबिक, स्टेशन पर दूसरी मंजिल पर प्लेटफॉर्म है। पहली मंजिल पर वेटिंग की व्यवस्था है। सीढ़ियों के साथ ही लिफ्ट व एक्सेलेटर भी लगाए जाएंगे। प्लानिंग को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अभी गांंधी नगर से रोबोट चौराहे तक का काम चल रहा है। इस रूट पर 16 स्टेशन होंगे। अभी चार स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है, ताकि सितंबर में टेस्टिंग हो तो यह मूर्त रूप में नजर आने लगे।

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एक हिस्से में तेजी, दूसरे में काम बहुत कम

सुपर कॉरिडोर पर गांधीनगर से लवकुश चौराहे की ओर से तेजी से काम हो रहा है, जबकि लवकुश चौराहे से एमआर-10 टोल तक काम नजर नहीं आ रहा। यहां एक बड़े हिस्से में पीलर तक डालने का काम शुरू नहीं हुआ है। पीलर बनने के बाद गर्डर लाॅन्चिंग होगी और फिर पटरी डालने का काम पूरा होगा। 2024 में इस ट्रैक को पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन एक हिस्से में काम शुरू न होने से मंजिल दूर नजर आ रही है।

Published on:
07 Aug 2023 01:30 pm
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