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#StingOperation : एमवायएच में 5 की रसीद-10 रुपए की वसूली, ऐसे कर रहे लाखों की गड़बड़ी

कब होगा इनका इलाज? पार्किंग में वाहन चालकों से हर माह लाखों की अवैध वसूली, जिम्मेदार मौन  

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#StingOperation : एमवायएच में 5 की रसीद-10 रुपए की वसूली, ऐसे कर रहे लाखों की गड़बड़ी

#StingOperation : एमवायएच में 5 की रसीद-10 रुपए की वसूली, ऐसे कर रहे लाखों की गड़बड़ी

भूपेन्द्र सिंह@इंदौर. निजी अस्पताल में इलाज कराने में असमर्थ गरीब एमवाय अस्पताल जाते हैं तो वाहन पार्किंग के नाम पर उनसे अवैध वसूली होती है। हर माह लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार दादागीरी करने वालों का इलाज नहीं कर रहे हैं। सवाल यह है कि जिम्मेदार जानते-बूझते कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं?

एमवायएच के साइकिल स्टैंड पर 5 रुपए की रसीद देकर 10 रुपए हर वाहन चालक से वसूले जा रहे हैं। पत्रिका ने स्टिंग कर मामले का खुलासा किया है। पत्रिका रिपोर्टर ने अपनी गाड़ी स्टैंड पर खड़ी की तो कर्मचारी ने 5 की रसीद थमाकर 10 रुपए लिए। जो लोग इस पर आपत्ति लेते हैं, उनसे यहां के कर्मचारी विवाद करते हैं।

3 लाख की अतिरिक्त वसूली
जानकारी के अनुसार, हर दिन 2 हजार वाहन पार्किंग में खड़े किए जाते हैं। अगर 10 रुपए प्रति गाड़ी का हिसाब लगाया जाए तो हर माह 6 लाख रुपए वसूले जा रहे हैं, जबकि 5 रुपए प्रति गाड़ी के हिसाब से 3 लाख होना चाहिए। 3 लाख रुपए की अतिरिक्त वसूली हो रही है। ये तो केवल दो पहिया वाहनों के कुछ समय का ही पैसा है। दिनभर या ज्यादा समय के लिए गाड़ी खड़ी करने का चार्ज अलग है।

रेट लिस्ट का बोर्ड नहीं
एमवायएच की पार्किंग का ठेका उदयवीर इंटरप्राइजेस के पास है। नियम के हिसाब से साइकिल स्टैंड पर वाहनों को खड़ा करने के लिए शुल्क की रेट लिस्ट होनी चाहिए, लेकिन ऐसा कोई बोर्ड यहां नहीं है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्टैंड संचालक की मनमानी किस स्तर की है। स्टैंड संचालक राजू चौकसे का कहना है कि स्टैंड से दो पहिया वाहनों से 5 रुपए ही लिए जाते हैं। मैं खुद भी स्टैंड पर बैठता हूं। अगर किसी कर्मचारी ने ज्यादा पैसे लिए हैं तो मैं दिखवाता हूं।

हाथ पर हाथ धरे बैठी पुलिस, अस्पताल प्रबंधन
एमवायएच परिसर में सुबह से देर रात तक स्टैंड पर वसूली होती है, लेकिन अस्पताल के अधिकारी कभी निरीक्षण या गड़बड़ी का पता लगाने की कोशिश नहीं करते। साइकिल स्टैंड के ठीक पास पुलिस चौकी भी है, लेकिन पुलिस भी जबरिया वसूली पर रोक नहीं लगा रही है।

रिपोर्टर और कर्मचारी की बातचीत के अंश

बाइक के 10 रुपए ही लगेंगे

(रिपोर्टर ने स्टैंड से गाड़ी उठाने के बाद कर्मचारी को रसीद और दस रुपए दिए, लेकिन कर्मचारी ने 5 रुपए वापस नहीं दिए)

रिपोर्टर: भैया 5 रुपए लगते हैं ना।

स्टैंड कर्मचारी: नहीं, 10 रुपए लगते हैं।

रिपोर्टर: रसीद तो 5 रुपए की है।

स्टैंड कर्मचारी: 5 रुपए साइकिल के हैं, बाइक के 10 रुपए लगेंगे।

(ऐसा हर वाहन चालक के साथ किया जा रहा था।)

- मामले की शिकायत मिली है। जांच कमेटी बनाई है जो जांच कर रही हैं। पहले भी हमने चेतावनी जारी करने के बाद पैनल्टी लगाई थी।
पीएस ठाकुर, अधीक्षक, एमवाय