मुझे इंडियन एजुकेशन सिस्टम कभी समझ नहीं आता है। स्कूल में हमें जो पाइथागोरस थ्योरम, ओम्स लॉ आदि चीजें पढ़ाई गई वह पास होने के अलावा जीवन में कभी काम नहीं आईं। लाइफ में मैंने इथिक्स सीखें, ऑनेस्टी से काम करना सीखा, करप्शन और सोशल चेंज के बारे में जाना, लेकिन यह कभी स्कूल में पढ़ाया ही नहीं गया। आज भी ऐसा ही चल रहा है। बच्चों के माक्र्स कम आते हैं तो उनपर ट्यूशन का बोझ लाद दिया जाता है। माक्र्स कम आने के कारणों पर कोई सोचता ही नहीं है।