scriptCET Test: 20 हजार रजिस्ट्रेशन के बावजूद सिर्फ 15,726 स्टूडेंट्स ही दे सकेंगे परीक्षा, 17 अगस्त को जारी होंगे रोल नंबर | Roll numbers for CET test will be released on 17 August | Patrika News

CET Test: 20 हजार रजिस्ट्रेशन के बावजूद सिर्फ 15,726 स्टूडेंट्स ही दे सकेंगे परीक्षा, 17 अगस्त को जारी होंगे रोल नंबर

locationइंदौरPublished: Aug 13, 2021 01:42:41 pm

Submitted by:

Ashtha Awasthi

अंतिम तिथि तक 4,335 स्टूडेंट्स ने परीक्षा फीस जमा नहीं की है…..

12th boad exam result

CET test

इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के विभागों में दाखिले के लिए होने वाले कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) में इस साल रिकॉर्ड 15,726 विद्यार्थी शामिल होंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के जरिए 31 अगस्त को होने वाली इस परीक्षा के लिए 20 हजार 61 रजिस्ट्रेशन हुए थे, लेकिन अंतिम तिथि तक 4,335 ने परीक्षा फीस जमा नहीं की है।

सीईटी की मेरिट के आधार पर 16 विभाग के 41 कोर्स की 2500 से ज्यादा सीट पर प्रवेश होंगे। पीजी कोर्स के लिए 6 हजार 341 और यूजी कोर्स के 9 हजार 385 आवेदन हैं। इससे पहले कभी सीईटी के लिए यूनिवर्सिटी को इतने आवेदन नहीं मिले हैं। रिकॉर्ड दावेदारी की वजह डीएवीबी को बैंक से मिली ए प्लस ग्रेड और एनटीए को परीक्षा का जिम्मा सौंपना है। आवेदक 17 अगस्त से ही रोल नंबर डाउनलोड कर सकेंगे।

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सीईटी के कोर्स तीन ग्रुप में बांटे हैं। ग्रुप ए में 1145 बी में 830 और ग्रुप सी में 540 सीटें हैं। सीईटी समन्वयक डॉ. कन्हैया आहूजा ने बताया, सीईटी के लिए 20 हजार से अधिक ने आवेदन किया था, लेकिन 4 हजार 335 छात्रों की फीस जमा नहीं होने से वे परीक्षा नहीं दे सकेंगे। सेंटर निर्धारित होते ही रोल नंबर जारी कर दिए जाएंगे।

अब सेंटर की मशक्कत

सीईटी के आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ 22 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाने की चर्चा हुई। प्रदेश में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सतना, खंडवा, झाबुआ, रतलाम, खरगोन, मंदसौर, छिंदवाड़ा धार और सागर, जबकि अन्य प्रदेशों में दिल्ली, प्रयागराज, कोटा, अहमदाबाद नागपुर कोलकाता रायपुर और बिलासपुर में केंद्र बनाए जाने हैं। अब इन शहरों से मिलने वाले आवेदन देखे जा रहे हैं, जिस आधार पर शहर कम-ज्यादा होंगे।

अंकसूची पर अब होंगे डिजिटल सिग्नेचर

डीएवीवी की अंकसूची में डिजिटल सिग्नेचर नजर आएंगे। यूनिवर्सिटी ने सील लगाने की व्यवस्था खत्म करने का फैसला लिया है। अंकसूची में नए सुरक्षा फीचर भी जोड़ने पर विचार चल रहा है। यूनिवर्सिटी एक साल में 4 लाख अंकसूची जारी करती है। रिजल्ट जारी होने के कई दिनों बाद तक विद्यार्थियों को सील के चलते अंकसूची नहीं मिल पाती। परीक्षा व गोपनीय विभाग की डिप्टी रजिस्ट्रार रचना ठाकुर बोली अब डिजिटल सिग्नेचर वाली अंकसूची जारी होंगी।

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