एेसा इसलिए की आंध्रप्रदेश, बिहार, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में रहने वाले परिवार दावा कर रहे है की पाकिस्तान धोखे से पहुंचे गई गीता उनकी ही बिटिया है। पुरोहित ने बताया की गीता पाकिस्तान में डेढ़ दशक से रह रही है और उसने खुद ही लोगों से बातचीत के लिए अपनी साइन लैंग्वेज बनाई है जिसे कोई भी पूरी तरह से नही समझ सकता। इसके लिए पुरोहित गीता को इंदौर भी लेकर आएेंगे जिससे स्पेशल ट्रेनिंग देने के साथ इस बात का भी पता लग जाएगा की वह भारत के किस जगह की रहने वाली है।