यह काम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत होगा, जिसे दो महीने में पूरा करने का टारगेट है। स्लम ब्यूटीफिकेशन के तहत निगम जहां सभी बस्तियों को एक जैसे रंग में रंगेगा, वहीं वह आकर्षक पौधे भी लगाएगी। साथ ही बस्तियों में विकास कार्य जैसे सड़क बनाना, टूटे-फूटे पैवर्स ब्लॉक बदलने के साथ फुटपाथों की हालत भी सुधारी जाएगी।
इन बस्तियों को किया चिह्नित स्लम ब्यूटीफिकेशन के तहत जिन बस्तियों को चिह्नित किया गया है, उनमें बजरंग नगर लसूडिय़ा मोरी, लसूडिय़ा मोरी हरिजन बस्ती, ईश्वर नगर, अमरपुरी, भोई मोहल्ला, निरंजनपुर नई बस्ती, अर्जुन सिंह नगर झोपड़पट्टी, बापू गांधी नगर, नया बसेरा, नार्थतोड़ा, शिवदर्शन नगर, अनुराधा नगर, अहीरखेड़ी, मूसाखेड़ी कांकड़, शिव नगर, अहमद नगर, डायमंड कॉलोनी और राम भाई नगर आदि बस्ती शामिल हैं।
अभी ऐसे हैं हालात
शहर की जिन बस्तियों को खूबसूरत बनाने के लिए निगम ने चिह्नित किया है, उनमें अभी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने पर लोगों को कई तरह की परेशानी झेलना पड़ती है। अब ब्यूटीफिकेशन का काम होने से बस्तियों की सूरत पूरी तरह से बदल जाएगी। बस काम सही ढंग से हो जाए। हालांकि निगम ने इन बस्तियों में लगी स्ट्रीट लाइट को हटाकर एलइडी लगाने का काम शुरू कर दिया है।
शहर की जिन बस्तियों को खूबसूरत बनाने के लिए निगम ने चिह्नित किया है, उनमें अभी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने पर लोगों को कई तरह की परेशानी झेलना पड़ती है। अब ब्यूटीफिकेशन का काम होने से बस्तियों की सूरत पूरी तरह से बदल जाएगी। बस काम सही ढंग से हो जाए। हालांकि निगम ने इन बस्तियों में लगी स्ट्रीट लाइट को हटाकर एलइडी लगाने का काम शुरू कर दिया है।
मुंबई की तर्ज पर करेंगे
निगम अफसरों का कहना है कि स्लम ब्यूटीफिकेशन के तहत एक जैसा रंग सभी मकानों पर किया जाएगा। इस तरह का काम मुंबई के स्लम एरिया में किया गया है, उसी तर्ज पर इंदौर में भी काम किया जाएगा। इससे बस्तियां खूबसूरत नजर आएंगीं और स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के नंबर बढ़ेंगे। गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2017 और 2018 में इंदौर नगर निगम बाजी मारते हुए लगातार दो बार देश में नंबर वन आई। अब तीसरी बार की तैयारी है।
निगम अफसरों का कहना है कि स्लम ब्यूटीफिकेशन के तहत एक जैसा रंग सभी मकानों पर किया जाएगा। इस तरह का काम मुंबई के स्लम एरिया में किया गया है, उसी तर्ज पर इंदौर में भी काम किया जाएगा। इससे बस्तियां खूबसूरत नजर आएंगीं और स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के नंबर बढ़ेंगे। गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2017 और 2018 में इंदौर नगर निगम बाजी मारते हुए लगातार दो बार देश में नंबर वन आई। अब तीसरी बार की तैयारी है।
खर्च होंगे लाखों रुपए निगम स्लम ब्यटीफिकेशन के तहत लाखों रुपए खर्च करेगा। बस्तियों में काम के चलते 38 से लेकर 90 लाख रुपए तक खर्च होंगे। इसके लिए महापौर व निगमायुक्त ने मंजूरी दे दी है।