जूता चोरी होने पर मंदिर में सेवा दे रहे आदिवासी समाज के 17 वर्षीय सुनील से मारपीट की गई थी। उसके परिवार ने गुरुवार को डीआईजी को आवेदन देकर पुलिसकर्मियों द्वारा बयान देने के लिए दबाव बनाने की शिकायत की है। इधर, एकलव्य व पुलिसकर्मी सुनील को मारपीट से बचाने के दौरान विवाद की बात कह रहे हैं। पुलिस ने सुनील को गवाह नहीं बनाया, जबकि विवाद उसी से मारपीट के बाद शुरू हुआ था।