सांसद शंकर लालवानी ने पीएचई अफसरों को लगाई फटकार, पूछा क्यों नहीं आ रहा नल में जल
इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी नल जल योजना पर पीएचई के अफसर पलीता लगा रहे हैं। जिसका खुलासा कल सांसद शंकर लालवानी ने खुद किया। जिला पंचायत की बैठक में पहुंचकर वे जमकर नाराज हुए। कहना था कि घरों के बाहर नल तो लगा दिए, लेकिन उससे पानी नहीं हवा निकल रही है। उनके रूख को देखते हुए कमेटी बनाई गई जो अब गांवों में जांच करेगी।
कल दोपहर १२.३० बजे जिला पंचायत की बैठक थी जिसमें पीएचई, पीडब्ल्यूडी और एनआरजीएस के विषयों को लेकर चर्चा की जाना थी। बैठक में सांसद शंकर लालवानी भी पहुंच गए जिन्हें देख अध्यक्ष रीना सतीश मालवीय, सीईओ वंदना शर्मा सहित अन्य सदस्य चौंक गए। लालवानी के पहली बार बैठक में आने पर सभी समझ गए थे कि कुछ न कुछ बात तो है। चर्चा शुरू होने पर लालवानी ने पीएचई पर निशाना साधा और कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की।
कहना था कि मुझे गांव से लोग वीडियो बनाकर भेज रहे हैं कि नल लगाने की औपचारिकता तो पूरी कर ली गई है, लेकिन पानी कब आएगा...कब चालू हो, नल तो हवा फेंक रहे हैं। अफसरों से कहा कि आपको मालूम है कि योजना कितनी महत्वपूर्ण है? उसके बावजूद आप लोग लापरवाही कर रहे हैं। इस पर लालवानी ने निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधि व अफसरों की संयुक्त टीम बनाई जाए जो गांव-गांव जाकर जांच करे और उसकी रिपोर्ट पेश करे।
ये पता लगाकर बताया जाए कि कहां-कहां पानी का सप्लाय नहीं हो रहा है। वहां अभियान चलाकर जनता की समस्या को हल करे। लालवानी के रूख को देखते हुए सभी अफसर सकते में थे। इधर, बैठक में अध्यक्ष के पति सतीश मालवीय सहित अन्य महिलाओं के पति भी मौजूद थे।
लेट जागते हैं अफसर
सदस्य दिनेश चौहान ने अफसरों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा बरसात आने वाली है और अब हम तालाब की खुदाई की अनुमति दे रहे हैं। बरसात चली जाती है तब पौधा रोपण की योजना बनाते हैं। ये कहां की बुद्धिमानी है। उन्होंने तालाब खुदाई की अनुमति में भेदभाव का आरोप लगाया। जहां कांग्रेस के सरपंच है वहां अनुमति नहीं दी जा रही है।
अफसर बोलते हैं ऑफिस आओ
बैठक में महू की सदस्य रुक्मिणी निनामा ने अफसरों को आड़े हाथों लिया। कहना था कि पिछले दिनों पीएचई अफसर ने मेरे क्षेत्र में दौरा किया था। मैंने समस्या बताई तो मुझे बोल रहे थे कि ऑफिस आकर बात करना। इस पर अफसर का कहना था कि मैं आपको पहचानता नहीं था तो निनामा बोलीं तो क्या जनता को भी ऑफिस बुलाओगे। सांसद प्रतिनिधि मोहन कछावा ने निनामा के साथ हुए व्यवहार को गलत बताया। इस पर सीईओ शर्मा ने फटकार लगाते हुए कहा कि अफसर को जनता के बीच रहना चाहिए। आगे से ऐसी गलती नहीं होना चाहिए।
बोरवेल पर हुई नोकझोंक
पीएचई अधिकारी ने बताया कि राऊ विधानसभा में 15 बोरवेल किए जा चुके हैं। जिस पर भाजपा के सदस्य दिलीप पटेल का कहना था कि सिंहासा में आइटी पार्क को नर्मदा का पानी दे रहे हो, लेकिन जनता के लिए पानी नहीं है। बात रही बोरवेल की तो हमारे कहने पर तो एक भी नहीं किया गया। क्या पैमाना है आप लोगों का? इस पर राऊ विधायक जीतू पटवारी के प्रतिनिधि हरिओम ठाकुर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इनके कहने पर भी बोरवेल करवा दे और हमारे कोटे का भी एक ओर करवा देना।