
वीडियो देख लोगो ने किए कमेंट्स,अब तो जागो सरकार
इंदौर. नगर निगम के अफसरों को सड़कों में हुए गड्ढे नजर नहीं आ रहे हैं, क्योंकि उन्हें गड्ढे दिखते तो वे मरम्मत करते। हर बार हुई बैठकों में अफसरों ने सर्वे कराने और कार्ययोजना बनाने के दावे किए, लेकिन किया कुछ नहीं। नतीजा यह है कि गड्ढों के कारण हर दिन कोई न कोई घायल हो रहा है। कुछ इस तरह का आईना जिम्मेदारों को सोशल मीडिया पर दिखाया जा रहा है। इसमें नगरीय प्रशासन मंत्री के शहर में बदहाली को लेकर तंज भी कसा जा रहा है। एक सोशल मीडिया एक्टिविस्ट्स ने यह पता लगाया है कि शहर में कहां और कितने गहरे गड्ढे हैं। इसका वीडियो बनाकर पोस्ट किया गया।
इंच-टैप से नापे गड्ढे
सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर अक्षय जोशी ने एक वीडियो बनाया है। इसमें वे गड्ढों की लंबाई-चौड़ाई नाप रहे हैं।एक गड्ढा तो करीब 16 फीट लंबा था, क्योंकि सडक का पूरा हिस्सा ही गायब हो गया था। इसमें पानी भरा होने से वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ रहा था। जोशी ने वीडियो बनाने के दौरान गड्ढे वाली सड़क से गुजरने वाले वाहन चालकों को प्राथमिक उपचार का सामान और लाठी दी। वे कह रहे थे कि ऐसी सड़क पर चलेंगे तो इसकी जरूरत तो पड़ेगी ही।इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर लोगों ने नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव को टैग भी किया। लोग इसके साथ अपने क्षेत्रों के गड्ढे वाली सड़क का नाम भी जोड़ रहे हैं। लोग बता रहे हैं कि शहर में इस गड्ढे से भी बुरे हाल उनके क्षेत्र की सड़कों के हैं।
कांग्रेस नेता ने महापौर की निष्क्रियता पर उठाए सवाल
कांग्रेस की दो कार्यकारी महापौर की मांग विभाग को प्रेषित पिछले दिनों कांग्रेस नेता राकेश सिंह यादव ने महापौर पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए शहर में दो कार्यकारी महापौर नियुक्त करने की मांग का पत्र मुख्यमंत्री को भेजा था। मंगलवार शाम को सीएम हाउस से जवाबी मेल आया। इसमें लिखा था कि दो कार्यकारी महापौर नियुक्त करने पर विचार कर आगामी कार्रवाई के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को कांग्रेस का मांग पत्र प्रेषित किया गया है।
इंदौर सड़क में गड्ढे या गड्ढों में सड़क
हाल ही में कांग्रेस ने गड्ढे में मित्र ब्यूटी पार्लर का बोर्ड लगाया था। एक संस्था ने सबसे बड़े गड्डे को ढूंढने वाले को इनाम देने की घोषणा की थी।वार्ड 46 के न्यू विकास नगर, नेहरू नगर मार्ग पर गड्ढों के कारण पैदल चलना भी मुश्किल है। सामाजिक कार्यकर्ता शिव घावरी ने कहा कि मुख्य सड़क से पानी की निकासी नहीं होने से ऐसे हालत बने हैं। बड़े-बड़े गड्ढों से हादसे हो रहे हैं। - रविवार को रेसकोर्स रोड पर सड़क के बीच गड्ढा होने से दोपहिया वाहन चालक महिला गिर गईं। उनके ठीक पीछे तेज रफ्तार कार आ रही थी। कार चालक ने बमुश्किल वाहन नियंत्रित किया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। राहगीरों ने महिला को सुरक्षित स्थान पर पहुचाया।
इसलिए है ऐसी बदहाली
शहर की 50 से अधिक सड़कों की मरम्मत होनी है। इसका सर्वे किया जा चुका है। ये सभी कांक्रीट की सड़कें हैं। इसके अलावा डामर की सड़कें भी बदहाल हैं।नगर निगम ने पेचवर्क के नाम पर जो मेटेरियल का इस्तेमाल किया है, वह राहत के बजाय हादसों को बढ़ाने की वजह बन गया।प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री ने अपने शहर की सड़कों की दुर्दशा का ही संज्ञान नहीं लिया।
Published on:
04 Sept 2024 01:13 pm
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