
सावधान! 55 की उम्र के बाद मंडराने लगता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
इंदौर. 55 वर्ष की आयु के बाद हर पांच में से एक महिला को और छह में से एक पुरुष को स्ट्रोक का खतरा रहता है। हालांकि स्ट्रोक या ब्रेन स्ट्रोक बच्चों को भी हो सकता है, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ इसका खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए 55 साल के बाद खास ध्यान देने की जरूरत है। यह बात न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. आशीष बगाड़ी ने ब्रेन स्ट्रोक या लकवा विषय पर क्रिएट स्टोरीज द्वारा आयोजित एक वेबिनार में कही। डॉ. बागड़ी ने बताया, स्ट्रोक से शरीर और दिमाग दोनों पर असर पड़ता है। ऐसी स्थिति में मरीज को पूरे वक्त देखरेख की जरूरत होती है और बोलने और हाथ-पैर हिलाने तक के लिए थैरेपी सेशन की जरूरत पड़ती है। जब दिमाग की एक नस में अचानक खून पहुंचना बंद हो जाए तो उसे ब्रेन स्ट्रोक कहते हैं। यदि ब्रेन स्ट्रोक से बचना है तो स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना होगा। सभी तरह के व्यसनों से दूर रहना चाहिए। व्यायाम को दिनचर्या का अहम हिस्सा बनाना होगा। ब्लड प्रेशर, शुगर जैसी बीमारियों से भी खुद को दूर रखना होगा।
युवा भी हो रहे पीडि़त
कुछ समय पहले तक युवाओं में स्ट्रोक के मामले सुनने में नहीं आते थे, लेकिन अब युवाओं में भी ब्रेन स्ट्रोक आम है। युवाओं में स्ट्रोक के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ब्लड शुगर, हाई कोलेस्ट्रॉल, शराब, धूम्रपान और मादक पदार्थों की लत, तनाव आदि है। उन्होंने बताया, हमारे देश में हर 100 में से करीब 25 ब्रेन स्ट्रोक रोगियों की आयु 40 वर्ष से कम है।
स्ट्रोक के लक्षण पहचानने के लिए बी फास्ट फॉर्मूला करें इस्तेमाल
- बी (बैलेंस) : अगर व्यक्ति शरीर से बैलेंस खो देता है।
ई (आइज) : अगर व्यक्ति को एक या दोनों आंखों से दिखना बंद हो जाए या डबल विजन हो जाए।
- एफ (फेस) : अगर व्यक्ति का चेहरा सीधा न दिखाई दे।
- ए (आम्र्स) : अगर बाहें कमजोर लग रही हों।
- एस (स्पीच) : अगर बोलने में परेशानी हो रही हो।
- टी (टाइम) : समय खराब नहीं करते हुए तुरंत एंबुलेंस बुलाएं या हॉस्पिटल पहुंचें।
Published on:
06 Feb 2021 02:50 am
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