
mukesh ambani
नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ( Reliance Industries Chairman mukesh ambani ) ने अपनी कंपनी को कर्ज मुक्त करके एक बड़ा टारगेट पूरा कर लिया है। इसके बाद कहा जा सकता है कि अब रिलायंस जियो ( Reliance Jio ) में शेयर बिक्री का दौर खत्म है। हालांकि अभी भी कंपनी को शेयर बाजार ( Share Market ) में लिस्ट कराना बाकी है लेकिन फिलहाल के लिए रिलायंस जियो डिजीटल प्लेटफार्म्स के तौर पर एक सेट कंपनी है।
रिटेल पर कर सकते हैं फोकस- रिलांयस टेलीकॉम ( Telecom Sector ) के बाद खबर आ रही है कि मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani ) फ्यूचर ग्रुप ( Future Group ) में हिस्सेदारी खरीद सकते हैं। फ्यूचर ग्रुप फिलहाल बुरे दौर से गुजर रहा है और इसी के चलते किशोर बियानी ( Kishor Biyani ) ने अंबानी से संपर्क किया है। Future Group की बात करें तो फ्यूचर समूह की कुल लिस्टेड 6 कंपनियों पर सितंबर 2019 तक 12,778 करोड़ रुपए का कर्ज था । इसमें 42 प्रतिशत फ्यूचर कॉर्पोरेट रिसोर्सेस और फ्यूचर कूपंस के जरिए किशोर बियानी की हिस्सेदारी है। हालांकि करीबन 75 प्रतिशत शेयर इसके कर्जदाताओं के पास गिरवी हैं। फ्यूचर रिटेल के 400 शहरों में तकरीबन 1500 स्टोर्स/ आउटलेट हैं । अमेजन भी फ्यूचर ग्रुप में हिस्सेदारी रखता है।
वहीं रिलायंस ( Reliance ) की बात करें तो रिलायंस रिटेल यूनिट के पास 11,784 रिटेल स्टोर्स हैं। इसमें 6,700 से ज्यादा कैश एंड कैरी होलसेल है। हाल ही में कंपनी ने जियो मार्ट ( Jio Mart ) लांच ( jio mart की ऑनलाइन ग्रोसरी की लांचिंग तब हुई है, जब देश में लॉकडाउन है। कंपनी ने इसके लिए वाट्सऐप के साथ साइन किया है।) किया है जो ऑनलाइन ग्रोसरी सर्विस ( Online Grocery ) है। इसका लक्ष्य अमेजन ( Amazon ) की लोकल यूनिट और वालमार्ट के फ्लिपकार्ट ( flipkart ) से आगे निकलना है।
Updated on:
22 Jun 2020 09:49 pm
Published on:
22 Jun 2020 06:27 pm
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