
Finance Minister Nirmala Sitharaman
नई दिल्ली। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman ) ने साफ संकेत दे दिए हैं कि आने वाले चार महीनों यानी मार्च 2020 तक देश की दो बड़ी कंपनियों का विनिवेश ( disinvestment ) कर दिया जाएगा। यह दो कंपनियां और कोई नहीं बल्कि एयर इंडिया ( air india ) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड ( Bharat Petroleum Corporation Limited ) है। इन दोनों कंपनियों से सरकार एक लाख करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी कर रही है। इसलिए मोदी सरकार ( Modi govt ) बीपीसीएल से अपना पूरा 53 फीसदी हिस्सा बेच रही है। आपको बता दें कि सरकार दोनों कंपनियों के विनिवेश की तैयारी काफी समय से कर रही है, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिल पा रहा है।
इन दोनों कंपनियों के विनिवेश के बिना विनिवेश लक्ष्य पूरा नहीं
वित्त निर्मला सीतारमण ने साफ कर दिया है कि बीपीसीएल और एयर इंडिया को मौजूदा वित्त वर्ष में बेच दिया जाएगा। निर्मला सीतारमण के अनुसार विनिवेश का लक्ष्य तब तक पूरा नहीं हो सकता जब तक इन दोनों कंपनियों का विनिवेश नहीं हो जाता है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बीपीसीएल कंपनी के लिए लीगल एडवाइजर, एसेट वैल्यूएर की नियुक्ति की बोली मंगाई गई है। वहीं बीपीसीएल के विनिवेश का प्रस्ताव कैबिनेट के पास भेजा दिया गया है जिस पर जल्द ही मुहर लग सकती है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार बीपीसीएल में अपनी पूरी हिस्सेदारी 53.3 फीसदी बेचना चाहती है, जिससे करीब 60 हजार करोड़ रुपए जुटाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
एयर इंडिया बनी सरकार के लिए सिरदर्द
दूसरी तरफ एयर इंडिया भी भारत सरकार के लिए काफी बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है। लगातार घाटों से गुजर रही कंपनी पर लगातार कर्ज एयर टर्बाइन फ्यूल कंपनियां कंपनी को फ्यूल ना देने की चेतावनी भी जारी कर चुकी है। ऐसे में सरकार के पास इसे बेचने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। जानकारों की मानें तो एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया तेज हो गई है और मंत्रियों के समूह ने प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया है। जल्द ही इसके बिकने की मंजूरी भी मिल सकती है।
Updated on:
18 Nov 2019 12:06 pm
Published on:
18 Nov 2019 12:05 pm
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