
Zomato-Uber Eats Deal
नई दिल्ली: ऑनलाइन फूड डिलीवरी सर्विस Zomato और Uber Eats के बीच हुई डील सरकार के राडार पर आ गई है। और अब कॉम्पिटीशन कमिशन ऑफ इंडिया (CCI) इस डील की जांच कर रहा है। बताया जा रहा है कि इस जांच का असर इस तरह के बाकी सौदों पर भी हो सकता है।
भारत का कॉम्पटीशन रेग्यूलेटर ( Competition Commission of India ) CCI इस सौदे की जांच 2 पक्षों पर कर रहा है। पहला कि क्या यह सौदा भारत के प्रतिस्पर्धा कानूनों के खिलाफ है और इससे उपभोक्ताओं के हितों को नुकसान पहुंचेगा। दूसरा कि क्या दोनों संबद्ध पक्षों द्वारा इस सौदे के बारे में पूर्व सूचना दी जानी चाहिए थी।
Zomato ने सरकार द्वारा होने वाली इस जांच की पुष्टि करते हे बताया है कि सीसीआई ने जोमैटो से संपर्क किया है और इस करार से जुड़ी कुछ बेसिक जानकारी और सफाई मांगी है। लेकिन साथ ही कंपनी का कहना है कि ये जांच रेग्युलर है। कंपनी ने साफ शब्दों में कहा है कि सीसीई की यह जांच किसी भी मर्जर और अधिग्रहण करार को लेकर भारत में होने वाली दूसरी औपचारिक जांचों की तरह ही है।
जोमैटो ने इसी साल जनवरी में 9.99 फीसदी स्टेक के बदले में राइड हेलिंग ऐप उबर टेक्नोलॉजिस ( ride-hailing app Uber Technologies) के इंडियन फूड डिलिवरी बिजनेस को खरीदा था। इस सौदे का मूल्य लगभग 35 करोड़ डॉलर तय किया गया था। इस मामले को सीसीआई की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली थी क्योंकि ऊबर ईट्स की टोटल वैल्यू 133 करोड़ की थी और सीसीआई को 1000 करोड़ ज्यादा के मामलों के बारे में बताया जाता है।
उबर ईट्स इंडिया का अधिग्रहण सीधा-साधा अधिग्रहण का मामला नहीं है। इसकी एक वजह यह है कि इस सौदे में उबर द्वारा जोमेटो में हिस्सेदारी खरीदने का भी प्रावधान है।
Published on:
23 May 2020 12:01 pm
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