जियोफोन पर लगे आरोप इंडियन मोबाइल हैंडसेट कंपनियों ने रिलांयस पर आरोप लगाए है की मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज जियोफोन को भारत में नहीं बना रही है। रिलांयस पर यह भी आरोप लगाए गए है की वह जियोफोन को चीन से आयात कर रहा हैं। इन आरोपो पर मोबाइल एसोसिएशन की एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन भूपेश रसीन ने ईटी से कहा की जियोफोन डिवाइसेज भारत में नहीं बनाए जा रहे हैं। हम समझते हैं कि जियोफोन डिवाइसेज चीन से आयात किए जा रहे हैं। रिलायंस जीरो पर्सेंट कस्टम्स ड्यूटी की स्थिति का फायदा लेने के लिए इनको इंडोनेशिया के जरिये बड़ी मात्रा में आयात करने की योजना बना रहा है।
मेक इन इंडिया को पहुंचाया जा रहा नुकसान रसीन ने पीएम ‘मोदी के मेक इन इंडिया’ को लेकर कहा की असेंबल्ड डिवाइसेज को इंडोनेशिया के जरिए चीन से आयात करने से सरकार को काफी नुकसान हो रहा हैं। ऐसा करने से सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ प्रोग्राम को भी नुकसान पहुंचेगा। रसीन ने आगे कहा कि एसोसिएशन अब इस पूरे मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने की योजना बना रहा है।
जियो ने किया आरोपो का खंडन तो वहीं रिलायंस जियो ने इन आरोपो का खंडन किया है। जियो के प्रवक्ता के मुताबिक जियो फोन-2 15 अगस्त से बाजार में उपलब्ध होगा। जियो के प्रवक्ता ने कहा है कि जियो फोन-2भारत में ही बना है। और जियो फोन भी अब भारत में बन रहा है।