17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Oyo कर्मचारियों के लिए राहत की खबर, कंपनी ने किया पूरा वेतन देने का ऐलान

अगस्त से भारत समेत पूरे दक्षिण एशिया ( SOUTH ASIA ) में कंपनी कर्मचारियों को पूरी सैलेरी देगी Oyo अप्रैल में जबरदस्ती लीव विदाउट पे ( leave Without Pay ) पर भेजे गए थे कर्मचारी

2 min read
Google source verification

image

Pragati Vajpai

Aug 05, 2020

oyo salary

oyo salary

नई दिल्ली: कोरोना महामारी ( Corona Pandemic ) की वजह से लगातार कंपनियों के नुकसान और कर्मचारियों के वेतन कटौती की खबरें आ रही है । इस बीच Oyo ने अपने कर्मचारियों के वेतन को लेकर एक शानदार ऐलान किया है। कंपनी का कहना है कि अगस्त से भारत समेत पूरे दक्षिण एशिया ( SOUTH ASIA ) में कंपनी कर्मचारियों को पूरी सैलेरी देगी।

Tax बचाने के काम आ सकते हैं ‘श्रीराम’, जानें चंदे से जुड़ा ये नियम

दरअसल अप्रैल के महीने में कंपनी ने अपने कई कर्मचारियों को जबरदस्ती leave Without Pay पर भेज दिया था । होटल फैसिलिटी दिलाने का काम करने वाली कंपनी Oyo के प्रवक्ता ने कहा कि 8 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले कर्मचारियों की वेतन कटौती 1 अगस्त 2020 से वापस ली जा रही है। बाकी कर्मचारियों की वेतन कटौती भी अक्टूबर 2020 से चरणबद्ध तरीके से वापस ले ली जाएगी।

यहां ध्यान देने वाली बात है कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बुरे आर्थिक हालात ( economic crisis ) के चलते 4 महीने के लिए Leave without pay पर भेज दिया था लेकिन अब कंपनी ने वेतन कटौती वापस लेने का फैसला किया है ।

वापस होगी वेतन कटौती ( salary Cut ) - कंपनी ने अप्रैल-जुलाई 2020 के वेतन में 25 फीसदी की कटौती का ऐलान किया था था लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी 25 प्रतिशत वेतन कटौती का 12.5 प्रतिशत अक्टूबर 2020 से और बाकी बचा हुआ 12.5 प्रतिशत दिसंबर 2020 से मिलेगा। भारत और दक्षिण एशिया कारोबार के CEO Rohit Kapoor ने कर्मचारियों के साथ टाउनहॉल बैठक में इस बात का ऐलान किया है।

जारी थी ये सुविधाएं – आपको बता दें कि भले ही कंपनी ने कर्मचारियों को LWP पर भेज दिया हो लेकिन बिना वेतन छुट्टी पर भेजे गए कर्मचारियों को मेडिकल इंश्योरेंस व पैटर्नल इंश्योरेंस, स्कूल फीस रिम्बर्समेंट की सुविधा जारी रखी गई। यही नहीं कंपनी ने घोषणा की थी कि अगर कोई अप्रत्याशित मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति आती है तो मेडिकल इंश्योरेंस के अलावा भी मदद की जाएगी। वहीं कंपनी की वेतन कटौती की नीति से 5 लाख रूपए तक की सैलेरी वाले कर्मचारियों पर कोई असर नहीं आया था।