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नई दिल्ली : कोरोनावायरस ( coronavirus ) की वजह से वैसे तो अर्थव्यवस्था की हर सेक्टर की हालत खराब है लेकिन अगर कहा जाए कि एविएशन इंडस्ट्री पर इसका सबसे खतरनाक असर पड़ा है तो गलत नहीं होगा । 2 महीने तक लगातार उड़ाने रद्द रहने की वजह से आलम यह है की एयरलाइंस कंपनियां अपने खर्च उठाने में असमर्थ है । इसी के चलते एयर इंडिया ( Air India ), स्पाइसजेट ( SpiceJet ), इंडिगो ( indigo ) जैसी कंपनियां लगातार cost-cutting की वजह से कर्मचारियों के वेतन में कटौती से लेकर छंटनी तक के विकल्प पर काम कर रही है ।
जून तिमाही में Indigo को करारा झटका-
Indigo की पैरंट कंपनी Interglobe aviation ने बुधवार को जून तिमाही के रिपोर्ट पेश करते हुए 2844 .3 करोड़ का नुकसान बताया । पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 1203.1 करोड का फायदा हुआ था ।
दरअसल सरकार के आदेश की वजह से कंपनी के ऑपरेशंस पर बुरा असर पड़ा था जिसकी वजह से ऑपरेशन से होने वाली आय 91.9 फीसदी तक घट चुकी है ।
SpiceJet को हुआ 807.1 करोड़ का नुकसान-
तो वहीं दूसरी ओर SpiceJet Airlines ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुएइस तिमाही में 807.1 करोड़ का नुकसान होने की बात कही है जबकि कंपनी को पिछले साल इसी तिमाही में 56.3 करोड़ का फायदा हुआ था । इस नुकसान में कंपनी का 473.4 करोड़ का नॉन कैश नुकसान भी शामिल है ।
स्पाइसजेट ( Spicejet ) को कोविड-19 ( Covid-19 )के अलावा बोइंग 737 मैक्स ( Boeing 737 MAX ) एयरक्राफ्ट की ग्राउंडिंग की वजह से भी काफी नुकसान हुआ है । कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में इन 2 कारणों को नुकसान की मुख्य वजह बताया है । कंपनी का कहना है कि बोइंग 737 मैक्स की ग्राउंडिंग के बावजूद कंपनी को फायदा हो रहा था लेकिन कोविड-19 की वजह से कंपनी के कारोबार पर बेहद बुरा असर पड़ा है ।
यह ध्यान देने वाली बात है कि मंगलवार को ही इंडिगो ( IndiGo Airlines ) ने अपने सीनियर एंप्लाइज की सैलरी ( Salary Cut ) में 35 फीसदी तक की कटौती करने की बात कही थी कंपनी का कहना था कि यह कदम उन्होंने कैश मैनेजमेंट ( Cash Management ) के लिए उठाया है । कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उनके पास 18449.8 करोड़ का कैश है जिसमें 7527.6 करोड़ फ्री कैश और 10922.2 करोड़ का रिस्ट्रिक्टेड कैश है । कंपनी का कहना है कि इस वक्त कैश को मैनेज करना उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि आए तो IATA ने 2024 से पहले एविएशन इंडस्ट्री ( Aviation Industry ) के लिए सुधार की कोई गुंजाइश ना होने की बात कही है ।
Published on:
29 Jul 2020 06:36 pm
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