
नई दिल्ली। यदि आप उन लोगों में से एक है जो आज के इस भेड़ चाल में एक अलग पहचान बनाना चाहते है तो अश्विनी अशोकन की ये कहानी आपके लिए जरूर प्रेरणादायी साबित होगा। खासाकर उन औरतों के लिए जो दुनिया को अपने मूट्टी में करने का ख्वाब अपने आंखो में पालती है। ऐसी ही एक महिला है अश्विनी अशोकन, जिन्होने अमेरीका में लाखों की नौकरी छोडक़र आज खुद का स्टार्ट-अप शुरू किया है। अश्विनी की स्टार्ट अप कंप्यूटर इंटेलीजेंस को लेकर काम करती है जो कि हाल ही में 1.5 मिलियन डॉलर जुटाया है। इस कहानी में आपको एक औरत के इंटले जैसी बड़ी कंपनी मे काम करने से लेकर इस नए स्टार्ट अप तक के उतार-चढ़ाव वाले यात्रा को दर्शाती है।
एक वेबसाइट को दिए गए इंटरव्यू में अश्विनी बताती है कि, मुझे याद है कि मैं सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर अपने पति के साथ बैठकर अपने स्वेटर बुन रही थी और अपने बारे मे सोच रही थी। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं ठीक थी या मैनें कुछ गड़बड़ कर दिया था। मैं और मेरे पति दोनों बात कर रहे थे। हम दोनो नें 15 साल अमेरीका मे गुजारा था और अब 20 दिनों में इसे छोडऩे का फैसला कर लिया था। सबकुछ किसी सपने की तरह लग रहा था।
शास्त्रीय संगीत का सपना छोडक़र तकनीक की दुनिया में बनाया मुकाम
अश्विनी एक मद्रासी ब्राह्मण है और चेन्नई के एमओपी वैष्णव कॉलेज से ग्रैजुएट है। इसी दौरान उन्हे आईआईटी मद्रास के एक लडक़े से प्यार हो गया और दोनों अमेरीका के कारनेगी मेलन के एक स्कूल से स्नातक करने चले गए। अश्विन का सपना शास्त्रीय संगीत में डांसर के रूप मे बनाना था। लेकिन अमेरीका जाने के बाद उन्होने अपना फैसला बदल लिया और फिर वो किया जिसके बारे मे उन्होने कभी सोचा भी नहीं था। उनको फेसबुक, गूगल, ट्वीटर, से ऑफर के बाद उन्होने इंटेल मे काम करने का फैसला किया। क्योंकि उन्हे पूरी दुनिया मे सभी यूजर इंटरफेस के लिए प्रयोग होने वाले तकनीक को जानने में ज्यादा दिलचस्पी थी।
पति के साथ काम करना करियर का सबसे बड़ा मोड़
लेकिन इंटेल में 10 साल तक काम करने के बाद अश्विनी को ये नौकरी छोडऩा इतना आसान नहीं था। इस बात को याद करते हुए वो बोलती है कि वो ये कदम नहीं उठाना चाहती थी, और ना ही ये उनके परिवार के ग्रोथ को लेकर ठीक था। इसके बावजूद भी वो दुनिया घूमना चाहती थी। अश्विनी ने पर्सनल कंप्यूटर, स्मार्ट टीवी से लेकर कार और मोबाइल जैसे अलग-अलग बिजनेस तकनीक पर रिसर्च के लिए काफी वक्त बिताया था। उनके इंटेल छोडऩे के समय कंपनी मोबाइल प्रयोगशाला के तौर पर चलाने के लिए इमेज प्रोसेसिंग और संवेदन विशेषज्ञों के साथ काम कर रही थी। ऐसे तकनीक पर चलने वाले प्रोडक्ट्स पर काम कर रही थी। लेकिन उनके करियर मे एक बड़ा मोड़ तब आया जब उन्होने अपने पति के साथ काम करने का मौका मिला, जो एक न्यूरोसाइंटिस्ट थे और स्टैनफोर्ड में चिप बनाते थे। इसके बाद दोनों ने मैड स्ट्रीट डेन बनाया जो कि अब उनका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्ट अप बन गया है।
खुद पर आत्मविश्वास होना जरूरी
आज अश्विनी पूरे आत्मविश्वास के साथ कहती है कि मुझे पता है कि अपने जीवन मे क्या करना है। इंटेल में जॉब मिलने के बाद मेरा कई इंजिनियर्स ने मजाक उड़ाया की उनके बीच एक डिजाइनर खड़ी थी। अश्विनी 25 साल के उम्र मे सोनी के एक्जीक्यूटीव मीटिंग मे यूजर्स के अनुभवों पर चर्चा करने के लिए जापान जा चुकी हैं। 2010 मे मां बनने के 6 सप्ताह के अंदर ही वो काम पर जाना शुरू कर दी थीं। अश्विनी के मुताबिक आपको दुनिया में नया मुकाम बनाने के लिए आपको रिवाजों से हटकर अपना रास्ता साफ करना होता है, आपको संयोग को नजरअंदाज नहीं कर सकते।
दुनिया मे अलग पहचान बनाना जरूरी
आज अश्विनी उन लोगों के लिए प्रेरणादायी है जो भीड़ के बीच अपना एक अलग मुकाम बनाना चाहते हैं। इसके लिए आपको ये दिखाना होता है कि आप दूसरों के जैसे नहीं, बल्कि उनसे खास हो। अश्विनी ने वेबसाइट को ये भी बताया कि, मैं केवल एक या दो ही महिलाओं से मिल पाई, जिन्होने ऐसा स्टार्ट अप शुरू किया। ज्यादातर इस रोमांच से दूर रहीं, यहां बहुत सारा पैसा है।
Published on:
10 Oct 2017 05:02 pm
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