ग्राम भट्टी के किसान अरुण कुमार दयाशंकर महाला ने बताया बीमा कंपनी के निर्देश हैं अगर प्रकृति से फसल को नुकसान हुआ हो तो 72 घंटे में कंपनी को भी नुकसान की जानकारी दें। हम पिछले 24 घंटे से कई फोन लगा चुके लेकिन कंपनी के अधिकारी फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं। महाला के कहना है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कृषि विभाग को नुकसान की शिकायत दर्ज करा दी है।
उन्होंने मोबाइल से एप्लीकेशन डाउनलोड कर ऑनलाइन फोटो वीडियो भी अपलोड किए हैं, लेकिन निजी कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस प्रा. लिमि. भोपाल में फोन नहीं उठा रहे है। किसान मनोज राजपूत ने बताया कंपनी के निर्देश हैं कि किसानों 72 घंटे के अंदर शिकायत करना होगी। शिकायत के बाद फसल क्षति की कंपनी का कोई प्रतिनिधि खेत में पड़ी फसल देखने के लिए पहुंचना चाहिए। पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
पथरौटा क्षेत्र में किसान चितिंत पथरौटा में पांच दिनों में कई बार बारिश-आंधी आने से किसानों नुकसान हुआ है। क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवो प्रभावित हुए हैं। किसान संदीप साहू, राजेश बड़ोलिया, चंद्रभान वर्मा ने बताया हवा, ओले से फसल के दानों की चमक कम हुई है। दाने काले होने लगे हैं। सोमलवाड़ा खुर्द के किसान विजय पटेल की 3 एकड़ चना फसल पर पानी गिरने से निकले दाने काले हो गए हैं। किसान चंद्रभान वर्मा ने बताया 10 एकड़ में गेहूं की फसल पककर तैयार है। मौसम बिगड़ने से 5 एकड़ की फसल प्रभावित हुई है। किसानों ने कहा हम बीमा कंपनी को सूचना देना चाह रहे हैं, पर कंपनी के प्रतिनिधि फोन नहीं उठा रहे हैं।
अधिसूचित क्षेत्र की फसल का अगर किसान ने बीमा कराया है, तो उसके नुकसान की जानकारी कृषि विभाग को सर्वे के माध्यम से मिल जाती है। वहीं निजी कंपनी से किसानों की शिकायत पर हम कुछ नहीं कह सकते। वैसे निजी कंपनी का एक कर्मचारी केसला में बैठता है।
जेआर हेड़ाउ, उपसंचालक, कृषि विभाग, नर्मदापुरम