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108 एंबुलेंस में ऑक्सीमीटर खराब, सिलेंडर भी नहीं, अस्पताल आने तक खतरे में रही जान

- आदिवासी ब्लॉक केसला में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटीलेटर पर, भगवान भरोसे मरीजों का इलाज, बिना ऑक्सीजन मरीज को 40 किमी लाए

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108 एंबुलेंस में ऑक्सीमीटर खराब, सिलेंडर भी नहीं, अस्पताल आने तक खतरे में रही जान

108 एंबुलेंस में ऑक्सीमीटर खराब, सिलेंडर भी नहीं, अस्पताल आने तक खतरे में रही जान

केसला/ इटारसी. आदिवासी विकास खण्ड केसला मुख्यालय में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटीलेटर पर हैं। बीती रात गंभीर मरीज के परिजनों को इसी के चलते परेशानी का सामना करना पड़ा। जब 108 एम्बुलेंस ने ब्लॉक मुख्यालय से 40 किमी दूर स्थित ग्राम बोरखेड़ा में पहले तो आने से मना कर दिया। जब परिजनों ने 108 आपातकालीन वाहन कंट्रोल रूम को फोन किया तो रात करीब 1 बजे 108 वाहन गांव पहुंचा। लेकिन इसमें आक्सीमीटर खराब था। ऑक्सीजन सिलेंडर भी खाली था। मरीज को तत्काल ऑक्सीजन चाहिए था, लेकिन नहीं मिला। परिजन अपने मरीज को उक्त वाहन से सुखतवा लाए जहां से इटारसी के सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया। अभी भी मरीज जीनव- मृत्यु के बीच संघर्षरत है।

स्वास्थ्य विभाग की इस अव्यवस्था से मरीज के परिजन अनिल जो कि छग योजना आयोग में सदस्य हैं। घटना केसला मुख्यालय से 40 किमी दूर गांव बोरखेड़ा में रविवार रात की है। मरीज भगवति बाई पत्नी शिवदयाल (85) की तबियत खराब होने पर 108 आपातकालीन वाहन सेवा को मरीज के पौत्र अनिल बामने ने रात में फोन किया था।

अनिल ने बताया- उन्होंने 108 आपातकालीन सेवा से संपर्क साधा तो बताया गया कि केसला से 108 आपातकालीन वाहन ग्राम बोरखेड़ा भगवती बाई को लेने भेजा जा रहा है। रात 1 बजे वाहन आने के बाद मरीज की हालत गंभीर होने से अनिल ने वाहन के कर्मचारी से कहा कि पल्स ऑक्सीमीटर लगा कर जांच कर लीजिए, शायद मरीज का पल्स कम हो रहा है। इस पर कर्मचारी ने कहा कि पल्स ऑक्सिमीटर में बैटरी नहीं है। हम कहां से पैसा लाएं? हमारा मानदेय का ही 3 से 4 माह से भुगतान नहीं हुआ है। इस पर बामने ने कहा आपकी सैलरी नहीं मिलने से आपको संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को सूचित करें। इससे मरीज का क्या लेना देना है? परिजन ने कहा ऑक्सीजन लगा दीजिए तो कर्मचारी ने कहा ऑक्सीजन सिलेंडर भी खाली है। इस तरह 40 किमी बिना ऑक्सीजन के मरीज को सुखतवा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां मरीज की गंभीरता के देखते हुए इटारसी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के लिए ऑक्सिजन लगाकर सरकारी अस्पताल इटारसी रेफर किया गया। जहां मरीज का इलाज चल रहा है।

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केसला ब्लॉक के ग्राम बोरखेड़ा से मरीज भगवती बाई को परिजन लेकर मुखर्जी अस्पताल पहुंचे। यहां इनको इलाज मुहैया कराया गया है। फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है। अगर समय पर 108 एंबुलेंस में अक्सीजन मिल जाती, तो शायद मरीज इतने गंभीर स्थिति में नहीं पंहुचता।

- डॉ. राकेश चौधरी, अधीक्षक, पं. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल, इटारसी